तखतपुर: एक तरफ देश के कई स्कूलों में डिजिटल एजुकेशन दी जा रही है तो वहीं कई जगहों पर स्कूलों के नाम पर सिर्फ दीवारे खड़ी कर दी गई हैं. तखतपुर के चुलघट गांव के सरकारी स्कूलों का हाल ऐसा है कि बच्चे बाहर खुले में बैठ कर पढ़ने को मजबूर हैं.
तखतपुर जनपद मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव चुलघट की शासकीय प्राथमिक शाला में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. यहां पाचवीं कक्षा तक की प्राथमिक शाला में महज 3 कक्ष हैं. कमरे नहीं होने की वजह से 3 रूम में 5 कक्षाएं चलाने की मजबूरी है.
पीने को साफ पानी उपलब्ध नहीं
जर्जर भवन के साथ ही पीने का साफ पानी भी नहीं है. बच्चों ने बताया कि एक ही शौचालय है, जिसका उपयोग छात्र और छात्राएं दोनों करते हैं. वहीं प्राथमिक शाला में दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय का निर्माण किया गया है, लेकिन यहां हमेशा ताला जड़ा रहता है.
इसके साथ ही स्कूल में 3 शिक्षकों की नियुक्ति है, लेकिन 2 शिक्षक ही स्कूल पहुंचते हैं. जानकारी के अनुसार तीसरे शिक्षक की ड्यूटी तहसील और निर्वाचन सम्बंधी कार्यों में लगी रहती है, जिससे बच्चों की पढ़ाई में समस्या आती है.