मरवाही: उप चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) की दावेदारी समाप्त होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष अमित जोगी के निवास पर बुधवार को एक बैठक रखी गई थी. जिसके बाद निर्णय लिया गया कि जनता कांग्रेस अब पूरे मामले को लेकर जनता के बीच जाएगी. जनता को पूरे मामले से अवगत कराएगी. अमित जोगी ने सरकार पर हमला बोला है.
दरअसल, मरवाही उप चुनाव घोषणा के बाद JCCJ की ओर से अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी दावेदारी कर रहे थे, लेकिन 16 अक्टूबर को उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति के आदेश में अमित जोगी को कवर आदिवासी नहीं माना गया. इसके साथ ही जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने के आदेश दिए गए. अमित के साथ ही ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र भी विधि अनुकूल ना पाए जाने पर निरस्त कर दिया गया. जाति प्रमाण पत्र के निरस्त होने पर दोनों के चुनाव नामांकन को भी निरस्त कर दिया गया था. जिसके बाद जनता कांग्रेस के सामने संकट खड़ा हो गया है.
JCCJ मरवाही उपचुनाव की दौड़ से बाहर हो गई है. जिसके बाद से जनता कांग्रेस ने जनता के बीच पूरे मामले को लेकर जाने की बात कही है. इसी पर चर्चा को लेकर अमित जोगी के निवास पर एक बैठक बुलाई गई थी. इसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी उपस्थित हुए. अमित जोगी ने बैठक में कार्यकर्ताओं से आगे की रणनीति को लेकर सुझाव लिखित रूप में मांगा है. अमित जोगी ने सरकार पर आरोप लगाए हैं कि उन्हें प्रचार करने से रोका जा रहा है.
रेणु पहुंची जनता के बीच
कोटा विधायक रेणु जोगी अजीत जोगी की लिखी अंतिम पुस्तक सपनों का सौदागर लेकर बाजार में लोगों से मुलाकात करती नजर आई हैं. उन्होंने जनता से चुनाव संबंधित बातचीत की है. अमित जोगी के नामांकन रद्द होने की भी जानकारी जनता को दे रही हैं.
सभा की नहीं मिली इजाजत
अमित जोगी की 4 सभाएं होनी थी. पर चारों की अनुमति उन्हें शाम 5 बजे तक नहीं मिल सकी. जिसकी वजह से एक भी सभा नहीं हो सकी. इसके बाद अमित जोगी जिला प्रशासन और सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि सरकार को जोगी के नाम से ही डर लगता है. हम अपनी पीड़ा बताने अपने परिवार और लोगों के बीच जाना चाहते हैं. वहां भी हमें जाने नहीं दिया जा रहा है.