गौरेला पेण्ड्रा मरवाही: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) अध्यक्ष अमित जोगी ने ट्वीट किया है कि वे मरवाही चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने लिखा है कि, अमित जोगी आदिवासी था, आदिवासी है और आदिवासी रहेगा साथ ही मरवाही से ही चुनाव लड़ेगा. जोगी ने ट्वीट किया कि, 'सरकार जितने भी हथकंडे अपना ले, असली-नकली का फैसला भूपेश बघेल की नकली अदालत में नहीं बल्कि मरवाही की जनता की असली अदालत में होगा. जोगी ने बताया कि चुनाव लड़ने के अपने मौलिक अधिकार की रक्षा के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की है. अमित जोगी ने कहा कि जब देश में कानून का राज, संविधान का राज समाप्त हो जाए ऐसे में लोगों के पास न्याय के मंदिर में जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं दिखता.
मरवाही विधानसभा उपचुनाव में अपनी उम्मीदवारी पर खतरा देखते हुए अमित जोगी ने अब सुप्रीम कोर्ट जाने का निर्णय लिया है. जाति मामले को लेकर जोगी परिवार हमेशा से विवादों में रहा है. अब ऋचा जोगी भी इस विवाद में फंस गई हैं. जाति प्रमाण पत्र मामले में ऋचा जोगी ने जिला छानबीन समिति को जवाब भेज दिया है. ऋचा जोगी ने समिति को आज की मीटिंग स्थगित करके उन्हें कम से कम 10 दिनों का समय देने की मांग की है. वहीं अमित जोगी ने भी राज्य सरकार को भारत सरकार की गाइडलाइन की याद दिलाई.
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चुनाव लड़ने के अपने मौलिक अधिकार की रक्षा के लिए मैंने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की।
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- मेरा और मेरी पत्नी का जाति प्रमाणपत्र अबतक निरस्त नहीं हुआ, ये भी सरकार की साजिश। सरकार नामांकन के आखरी वक्त का कर रही इंतजार ताकि उस समय हमारे सामने कोई रास्ता न बचे। pic.twitter.com/mq6k4IVBuW
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- मेरा और मेरी पत्नी का जाति प्रमाणपत्र अबतक निरस्त नहीं हुआ, ये भी सरकार की साजिश। सरकार नामांकन के आखरी वक्त का कर रही इंतजार ताकि उस समय हमारे सामने कोई रास्ता न बचे। pic.twitter.com/mq6k4IVBuWचुनाव लड़ने के अपने मौलिक अधिकार की रक्षा के लिए मैंने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की।
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) October 12, 2020
- मेरा और मेरी पत्नी का जाति प्रमाणपत्र अबतक निरस्त नहीं हुआ, ये भी सरकार की साजिश। सरकार नामांकन के आखरी वक्त का कर रही इंतजार ताकि उस समय हमारे सामने कोई रास्ता न बचे। pic.twitter.com/mq6k4IVBuW
ऋचा ने दिया जवाब
ऋचा जोगी ने अपने जवाब में कहा है कि 8 अक्टूबर को समिति द्वारा उन्हें 29 सितम्बर 2020 को जारी किये गए कारण बताओ नोटिस और उनके विरुद्ध की गई शिकायत की प्रति उपलब्ध करवाई गई, जिसके लिए वे समिति सदस्यों की आभारी हैं. जोगी ने कहा है कि 8 अक्टूबर को समिति द्वारा उनसे आवेदन की मूल प्रति मांगी गयी थी. उन्होंने आवेदन चॉइस सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन किया था. चॉइस सेंटर के कर्मचारी द्वारा मांगें गए सभी दस्तावेज दिखाने के बाद कर्मचारी द्वारा यह फॉर्म ऑनलाइन भरा गया था. ऋचा जोगी के भाई ने 8 अक्टूबर को समिति का पत्र मिलने के तुरंत बाद मुंगेली कलेक्टर के समक्ष ऑनलाइन आवेदन और दस्तावेजों की कॉपी उपलब्ध करवाने का आवेदन दिया था. उनके भाई ने स्वयं के जाति प्रमाण पत्र के लिए भी चॉइस सेंटर से आवेदन किया था. कलेक्टर मुंगेली को दिए गए आवेदन में ऋचा के भाई ने स्वयं के आवेदन से सम्बंधित दस्तावेज भी मांगे हैं. लेकिन आज तक उन्हें मुंगेली कलेक्टर कार्यालय से संबंधित दस्तावेज नहीं मिले हैं.
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प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने मरवाही में त्रिकोणिय मुकाबले से इंकार किया है. उनका मानना है कि जनता कांग्रेस चुनाव लड़ेगी या नही लड़ेगी ये तो रिटर्निंग ऑफिसर तय करेंगे. उनका फॉर्म रहेगा नहीं रहेगा ये चुनाव अधिकारी तय करेंगे. इन सब विवादों के बीच अमित जोगी ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है.