गौरेला पेंड्रा मरवाही : पेंड्रा के शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला जिसे हाल ही में आत्मानंद शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में बदला गया है. वहां पुराने फर्नीचर समेत स्कूल के दूसरे सामानों को बेचा जा रहा था. जिसकी सूचना नगर पंचायत पेंड्रा के अध्यक्ष राकेश जालान को लग रही थी. बुधवार देर शाम नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश जालान को किसी ने जानकारी दी कि स्कूल के पुराने फर्नीचर को देर शाम अंधेरे का फायदा उठाकर स्कूल के प्राचार्य पिकअप वाहन में लोड कराकर कहीं भेज रहे हैं. जिसकी तहकीकात के लिए शाला विकास समिति के अध्यक्ष शंकर पटेल के साथ राकेश जालान मौके पर पहुंचे . उन्होंने मौके पर पिकअप में भरे लकड़ी के फर्नीचर को देखा.
जिलाशिक्षाधिकारी को मौके पर बुलाया : राकेश जालान ने इसकी सूचना तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी नरेंद्र चंद्रा को दी. जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी नरेंद्र चंद्रा ने मौके पर पहुंचकर शिकायत सही पाई. बिना शाला विकास समिति के अनुमोदन के रात के अंधेरे में स्कूल के पुराने फर्नीचर पिकअप वाहन पर लोड थे. इसके बाद उन्होंने जांच के बाद कार्यवाई की बात की है. वही संस्था के प्राचार्य एल पी डाहिरे ने इस बारे में बताया कि ''लकड़ी के फर्नीचर को बिक्री करने का अनुमोदन शाला विकास समिति द्वारा लिया गया है. उनकी अनुमति से ही फर्नीचर बिक्री कराया जा रहा है.''
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शाला विकास समिति ने किया इनकार : इस पर शाला विकास समिति के सदस्य ने तत्काल मौके पर इस बाबत आपत्ति की है. उन्होंने कहा कि ''शाला विकास समिति ने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं लाया .ना ही हम से चर्चा की गई. यह मनमाने तरीके से किया जा रहा है. निश्चित ही पूरे मामले की जांच होनी चाहिए.'' वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश जालान ने भी फर्नीचर के गलत तरीके से बिक्री किए जाने एवं रात के अंधेरे पर बेचे जाने पर आपत्ति की है एवं जिला प्रशासन से भी मांग की है कि जल्द इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।।।।