बिलासपुर : पुलिस ने पेंड्रा थाने क्षेत्र के अड़भार गांव में ईंट भट्ठा संचालक का अपहरण करने वाले कोल माफिया समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कोयला सप्लाई की रकम के लेन-देन के विवाद के चलते आरोपियों ने अपहरण की वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों के पास से देसी कट्टा और कार को जब्त किया गया है.
दरअसल, मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के अमलाई थाना क्षेत्र निवासी पप्पू नामित ईंट भट्ठा संचालक है. वह पेंड्रा क्षेत्र के अड़भार में किराए के मकान में रहता था. 2 माह बाद वह अड़भार में किराए के मकान में पत्नी और बच्चों के साथ रहने लगा. बीते शाम उसके घर कार सवार 5 लोग आए और उसके साथ ही लेन-देन का विवाद करते हुए कार में जबरन बैठा कर ले गए. इस घटना को देखकर मकान मालिक ने पुलिस को 112 के माध्यम से सूचना दी.
मोबाइल से मिला लोकेशन
अपहरण की सूचना मिलने पर पुलिस अड़भार पहुंची, जहां मकान मालिक से पूछताछ करने के साथ ही पुलिस ने ईंट भट्ठा संचालक की पत्नी से भी अपहरणकर्ताओं की जानकारी जुटाई. तभी घर रखे पप्पू के मोबाइल पर उसके परिचित का फोन आया जो अपहरणकर्ताओं में शामिल था. फोन करने वाले ने उसकी पत्नी से कहा कि पप्पू ने 2 लाख रुपए उधार लिया है, जिसके लिए उसे उठाकर लरकेनि धनपुर जंगल की तरफ ले आए हैं और धमकी देते हुए कहा कि इस घटना की सूचना पुलिस को मत देना क्योंकि हम लोग इसे छोड़ देंगे. इस दौरान पुलिस भी उनकी बातों को सुन रही थी लिहाजा पुलिस सक्रियता दिखाते हुए लरकेनि के जंगल की तरफ गई.
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नाकेबंदी कर पकड़ा
अपहरणकर्ताओं को नाकेबंदी कर उन्हें पुलिस के सामने आने को कहा लेकिन अपहरणकर्ता भागने की फिराक में थे. पुलिस ने पेंड्रा दुर्गा चौक के पास तीन अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया. वहीं कार सवार दो युवक चकमा देकर भाग रहे थे, जिन्हें गौरेला में नाकेबंदी कर पकड़ लिया गया. पूछताछ में पता चला कि अनूपपुर निवासी नारायण राठौर से कोयले के 2 लाख की रकम को लेकर विवाद था. इसके चलते अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस ने इस मामले में दीपक सिंह, कपिल सोनी, उमेश राठौर, राजेश राठौर, प्रशांत राठौर, मोहम्मद यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है.