बीजापुर : बस्तर में नक्सली किसी न किसी जिले में हिंसक घटना को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. वहीं पुलिस भी नक्सली विरोधी अभियान में लगातार तेजी ला रही है. बीजापुर जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस के मुताबिक डीआरजी और कोतवाली बीजापुर की संयुक्त टीम ग्राम पेददाकोरमा की ओर गश्त सर्चिंग पर रवाना हुई थी.
सीआरपीएफ ने सक्रिय नक्सली को दबोचा : उसी अभियान के दौरान सीआरपीएफ टीम की सूचना पर पेददाकोरमा के जंगल से नक्सली कोडमे सोमलू के होने की जानकारी मिली.जानकारी मिलते ही पुलिस की सयुक्त टीम ने घेराबंदी कर नक्सली को पकड़ने में कामयाबी हासिल की .पकड़ा गया नक्सली कोडमे सोमलू 08 जनवरी 2005 को पुलिस पार्टी को जान से मारने और हथियार लूटने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग करने की घटना में शामिल था. इसके अलावा यह नक्सली 31 जनवरी 2012 को नगर सैनिक मुड़ियम मंगू डीपोपारा, नगर सैनिक जब्बा आनंद बीजापुर का अपहरण कर गला रेत कर हत्या करने की घटना में शामिल रहा है. गिरफ्तार नक्सली के विरूद्ध थाना बीजापुर में 02 स्थाई वारंट भी लंबित हैं.
नक्सली वारदात का ग्राफ बढ़ा : थाना बीजापुर में कार्रवाई करते हुए नक्सली को न्यायालय बीजापुर में पेश कर जेल भेज दिया गया है.लेकिन इस इलाके में अभी भी कई नक्सली सक्रिय हैं.जो पुलिस को झांसा देकर कई बार हिंसक वारदातों को अंजाम दे देते हैं.लोगों के मन में खौफ बनाए रखने के लिए नक्सली हिंसा का सहारा लेते हैं. जिले में अब तक जनप्रतिनिधि की हत्या किए जाने के मामले को लेकर काफी गुस्सा है.वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों के अंदर नक्सलियों का खौफ बना हुआ है. कुछ माह पूर्व उसूर ब्लॉक के भाजपा नेता की हत्या के बाद से अब भी इलाके मे दहशत का माहौल है.
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महिला नक्सली की भी हुई थी गिरफ्तारी : कुछ समय पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर मुठभेड़ मामले में एक वांटेड महिला नक्सली को गिरफ्तार किया था.महिला नक्सली 2021 में 22 पुलिसकर्मियों की मौत और 30 से अधिक पुलिसकर्मियों को घायल करने के मामले में दोषी है. महिला नक्सली का नाम मडकम उनगी उर्फ कमला था.जिसे गिरफ्तार किया गया था