बीजापुर: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले ग्रामीणों ने केंद्र और राज्य सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन पर जाने का निर्णय लिया है. जिला मुख्यालय बीजपुर में भी 1 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. पार्टी के लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, वे प्रदर्शन जारी रखेंगे.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी आदिवासी महासभा बस्तर संभागीय समिति जगदलपुर ने केंद्र पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही छ्त्तीसगढ़ सरकार पर किसानों को ठगने और वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर उन्होंने पहले भी कई बार कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा है, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ, इसलिए अब वे सीपीआई के समर्थन में धरना-प्रदर्शन करने जा रहे हैं.
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की मांग
- जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों को ज्लद से जल्द रिहा किया जाए.
- बोधघाट परियोजना को रोकने की मांग.
- नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण पर तत्काल रोक लगाई जाए.
- मनरेगा के कार्यों का तत्काल नगद भुगतान किया जाए.
- मजदूरी दर को बढ़ाकर 300 रुपए प्रतिदिन किया जाए.
- चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और निवेशकों को उनके रुपए लौटाए जाएं.
- नगरीय क्षेत्रों के लोगों को निशुल्क पट्टा वितरण किया जाए.
- बस्तर के मूल निवासियों को आदिवासी जनजाति का दर्जा दिया जाए.