बीजापुर: पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. तर्रेम से जगरगुंडा के बीच सड़क का निर्माण कार्य जारी है. नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण पुलिस निर्माण कार्य को सुरक्षा दे रही है. नक्सलियों ने इलाके में जवानों को निशाना बनाने के लिए 2 IED प्लांट किए गए थे. लेकिन पुलिस के जवानों ने IED को बरामद कर लिया है. पुलिस ने दोनों IED को निष्क्रिय भी कर दिया है.
बीजापुर से सुकमा को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण किया जा रहा है. तर्रेम सिलगेर से सुकमा जिले के जगरगुंडा के बीच सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. इस सड़क निर्माण में लगे मशीनों की सुरक्षा में जिला पुलिस बल, डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं. जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से निर्माणाधीन सड़क पर नक्सलियों ने 100 से 120 मीटर की दूरी पर पांच- पांच किलो के दो आईईडी लगाए थे. जिसे जवानों ने खोज कर मौके पर ही निष्क्रिय करते हुए बड़ी घटना को टाल दिया. दोनों आईईडी प्रेशर स्विच के माध्यम से नक्सलियों ने प्लांट किया था.
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IED नक्सलियों का बड़ा हथियार
सुरक्षा बलों के निशाना बनाने के लिए नक्सली IED की मदद ले रहे हैं. कई मामलों में नक्सली कामयाब भी हो रहे हैं. हालांकि साल 2020 में पुलिस जवानों ने 200 से भी ज्यादा IED बरामद कर निष्क्रिय किया था. हाल के दिनों में कई जवान IED की चपेट में आकर घायल हुए हैं.
- 12 जनवरी को नारायणपुर के ओरछा से रोड ओपनिंग के लिए जवान निकले थे. वहीं नक्सलियों के लगाए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से 2 जवान घायल हो गए.
- 3 जनवरी को एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान 2.5 किलो का IED बरामद किया था. मौके पर पहुंची बम स्क्वॉड की टीम ने IED को डिफ्यूज कर दिया था.
- 30 दिसंबर को बीजापुर के गंगालूर में बुर्जी और पुसनार के बीच निर्माणाधीन सड़क कार्य में सुरक्षा देने के लिए जा रही पुलिस पार्टी को नक्सलियों ने निशाना बनाया गया था. नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए 5-5 किलो के दो आईईडी बम लगाए थे. जिसकी चपेट में आने से एक जवान घायल हो गया था.