बीजापुर: बस्तर रेंज में नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए 'नक्सली उन्मूलन अभियान' चलाया जा रहा है. नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. बीजापुर पुलिस अधीक्षक के सामने माड़वी आयता और कुहरामी हुंगा ने सरेंडर किया है.
नक्सलियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है. नक्सलियों की खोखली विचारधारा, जीवन शैली, भेदभाव पूर्ण व्यवहार और प्रताड़ना से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है.
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माड़वी आयता जनताना सरकार का सदस्य
चेरला (तेलंगाना) डीवीसी के टीम सदस्य के साथ माड़वी आयता ने सरेंडर किया है. सरेंडर्ड नक्सली चिन्नाउटला थाना क्षेत्र का रहने वाला है. माड़वी आयता 2013 से चेरला डीवीसी में भर्ती हुआ. चेरला डीवीसी के सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्य किया. 2014 में पार्टी सदस्य बनाया गया. वर्ष 2014 में कवरगट्टा में ट्रेनिंग किया. संगठन में 12 बोर का रायफल रखता था.
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कुहरामी हुंगा कृषि शाखा का सदस्य
कुहरामी हुंगा कस्तुरपाड़ इलाके का निवासी है, जो जनताना सरकार कमेटी का सदस्य था. पिछले 1 वर्ष से कार्य कर रहा था. कृषि शाखा सदस्य के रूप में संगठन के लिए काम करता था.
कांकेर मिलिशिया कमांडर ने कराया था भर्ती
इसके अलावा वेट्टी हिड़मा भी कस्तुरपाड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. यह उसूर में मिलिशिया सदस्य था. पिछले 1 वर्ष से कार्य कर रहा था. ये भी जनताना सरकार कमेटी का सदस्य था. कृषि शाखा सदस्य के रूप में संगठन के लिए काम करता था. कांकेर मिलिशिया कमांडर समैया कुरसम ने संगठन में भर्ती किया था.
नक्सलियों को दी गई प्रोत्साहन राशि
तीनों नक्सलियों ने उप महानिरीक्षक केंद्रीय रिजर्व पुलिस कोमल सिंह, बीजापुर पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप के सामने आत्मसमर्पण किया है. तीनों सरेंडर्ड नक्सलियों को उत्साहवर्धन के लिए सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार नकद प्रोत्साहन राशि दी गई है.