बीजापुर : जिले के गंगालूर, चेरपाल, पालनार सहित 8 गांव के हजारों लोगों ने प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि उन्हें अब तक नहीं दी गई है. तेंदूपत्ता संग्राहकों को बैंक खाते में भुगतान किया जा रहा है, 8 गांवों के हजारों लोग जिसमें बुजुर्ग भी शामिल हैं, जिनका बैंक में खाता नहीं है. ग्रामीण नकद रुपये देने की मांग कर रहे है.
5 हजार से ज्यादा की संख्या में ग्रामीण 30 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर जिला मुख्यालय पहुंचे. आंदोलनकारियों में महिला, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. गंगालूर, चेरपाल, पालनार सहित 8 गांवो के हजारों लोग बीजापुर पहुंचे. एहतियातन पुलिस ने मुख्यालय सहित गंगालूर सड़क पर एसडीओपी के नेतृत्व में बैरिकेटिंग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि 2018-19 से तेंदूपत्ता बोनस की राशि आज तक उन्हें नहीं दी गई है.
ग्रामीणों ने बताया कि अब तेंदूपत्ता संग्राहकों को खाते में भुगतान किया जा रहा है. हजारों लोगों के पास बैंक में खाता नहीं है, सरकार बोनस के नाम पर ठगती जा रही है. इसीलिए हम लोग नकद राशि भुगतान किए जाने की मांग कर रहे है.
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कलेक्टर ने दिया आश्वासन
भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें ग्रामीणों से मिलने से रोका जा रहा है. बहरहाल, क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी से साथ 100 ग्रामीणों ने कलेक्टर से चर्चा की है. 1 घंटे की बातचीत के बाद कलेक्टर ने 2 दिन के अंदर तेंदूपत्ता का नकद भुगतान करने का आश्वासन दिया है.