बीजापुर: महाराष्ट्र और तेलंगाना के संक्रमित शहरों से मजदूरों का बीजापुर में प्रवेश निरंतर जारी है. रविवार शाम को तेलंगाना के लगभग 30 लोग बाइक से तेलंगाना-महाराष्ट्र सीमा से होते हुए बीजापुर में प्रवेश कर गए हैं. इलाके के लोगों का कहना है कि इन लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है या नहीं, यह भी स्पष्ट नहीं है.
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इलाके के लोगों का कहना है कि अगर इन लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ भी है, तो तेलंगाना के करीमनगर जिले से बीजापुर जिले की दूरी 200 किलोमीटर है. ऐसे में सफर करने के दौरान बीच में कहीं भी इन पर कोरोना संक्रमण के प्रभाव से इनकार नहीं किया जा सकता है. बता दें कि तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए आए दिन तेलंगाना के लोग मद्देड मार्ग से आते रहते हैं, जिसे लेकर मद्देड के लोगों ने भोपालपटनम तहसीलदार को ज्ञापन भी दिया था, बावजूद इसके अभी तक रोक नहीं लगी.
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प्रशासन लोगों की जिंदगी से कर रहा खिलवाड़
बता दें कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए केंद्र सरकार के किए गए लॉकडाउन की अवधि में राज्य सरकार का तेंदूपत्ता खरीदी का निर्णय ग्रामीण लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा है. राज्य सरकार के तेंदूपत्ता खरीदी के निर्णय से महाराष्ट्र- तेलंगाना के कोरोना संक्रमित क्षेत्र के लोगों का प्रवेश ग्रीन जोन बीजापुर के लिए खतरे की घंटी है, लेकिन समझ से परे है कि शासन-प्रशासन इस पर क्यों ध्यान नहीं दे रहा है.