बीजापुर: पूरा विश्व कोविड-19 महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है. लोगों के लिए अपनी जिंदगी बचाना एक बड़ी चुनौती बन चुका है, बावजूद इसके पड़ोसी राज्य तेलंगाना के लोग लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाने में जुटे हुए हैं. छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य तेलंगाना के कोरोना रेड जोन से लगातार कई तेंदूपत्ता खरीदार बाइक से भोपालपट्नम पहुंच रहे हैं. रविवार रात भी 10 लोग मद्देड पहुंचे थे. ये लोग बिना मास्क लगाए सड़कों पर घूमते हुए और किराना दुकानों से सामान खरीदते पाए गए.
इसके बाद भी प्रशासन ने इन्हें क्वॉरेंटाइन नहीं किया है. स्थानीय ग्रामीणों के पूछताछ करने पर इन लोगों ने मेडिकल चेकअप की बात कही, लेकिन जब इनसे रिपोर्ट दिखाने के लिए कहा गया, तो ये लोग चुप रहे. इन लोगों को प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कल शाम तक क्वॉरेंटाइन किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. आज सुबह और दोपहर तक भी ये सभी लोग झुंड में बिना मास्क के मद्देड की सड़कों पर घूमते हुए देखे गए.
मनमाने तरीके से किया जिले में प्रवेश
जहां स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी जिंदगी बचाने के लिए इतने दिनों तक लॉकडाउन का पालन किया, वहीं पड़ोसी राज्य तेलंगाना के करीमनगर से आए तेंदूपत्ता खरीदारों ने मनमाने तरीके से बिना किसी रोक-टोक के भोपालपट्नम, मद्देड़ और बीजापुर में प्रवेश कर लिया. ये लोग यहां की सड़कों पर घूमते हुए स्थानीय लोगों से संपर्क करते रहे और किराना दुकानों पर खरीदारी कर लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे.
दुर्ग में मिले 8 कोरोना पॉजिटिव मरीज, अब खंगाली जा रही सबकी ट्रैवल हिस्ट्री
पुलिस और जिला प्रशासन की लापरवाही
इन सारी गतिविधियों के दौरान पुलिस-प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. पुलिस नियम विरुद्ध प्रवेश रोकने में असफल रही. कोरोना प्रभावित तेलंगाना से इन लोगों का जिले में प्रवेश और तत्काल क्वॉरेंटाइन नहीं होना कहीं न कहीं पुलिस और जिला प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाही है. इन लोगों के प्रवेश से स्थानीय लोगों में भय के साथ रोष भी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में लॉकडाउन की यह विफलता किसी गंभीर अनहोनी का कारण न बन जाए. उपसरपंच ने थाने में इसकी सूचना दी. कलेक्टर ने इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.