बीजापुर: बस्तर में नक्सली नए साल के जश्न को बदरंग करने की साजिश रच रहे हैं. बीजापुर दंतेवाड़ा और सुकमा समेत पूरे बस्तर में माओवादी सुरक्षाबलों के जवानों को निशाना बनाने की फिराक में है. लेकिन हमारे बहादुर और वीर जवानों की वजह से नक्सली किसी भी साजिश को अंजाम देने में फेल हो रहे हैं. एक बार फिर सुरक्षाबलों ने बस्तर में लाल आतंक की खौफनाक प्लानिंग को फेल कर दिया है.
बीजापुर में दो सीरीज में आईईडी बरामद: सुरक्षाबलों और डीआरजी के जवानों ने सीरीज में दो आईईडी को बरामद किया है. एक तरह जहां साय सरकार सुशासन दिवस मना रही है. तो वहीं दूसरी तरफ लाल आतंक के नुमाइंदे बीजापुर और बस्तर को दहलाने की साजिश रच रहे हैं. गंगालूर के पालनार कैंप से सुरक्षाबलों की टीम पेट्रोलिंग पर निकली थी. इसी दौरान चेरपाल के इलाके में पांच पांच किलो के दो आईईडी बरामद किए गए. इस तरह नक्सलियों की बारूदी साजिश को सुरक्षाबलों ने डिकोड कर दिया.
बीजापुर में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाना था मकसद: नक्सलियों का मकसद बीजापुर में सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाना था. पालनार और चेरपाल में बीच सड़क पर पांच पांच किलों के दो आईईडी लगाए गए थे. रोड के दोनों ओर टायर मार्क पर यह बम लगाए गए थे. ताकि जैसे ही सुरक्षाबलों की गाड़ी आए उसे विस्फोट में उड़ाया जा सके. इस तरह नक्सलियों ने खौफनाक मंसूबे के तहत इस बम को प्लांट किया था.
आईईडी को स्विच से किया गया था कनेक्ट: आईईडी को स्विच के जरिए कनेक्ट किया गया था. नक्सलियों ने इस स्विच में ऐसा डिवाइस लगाया था जिसमें प्रेशर पड़ने पर विस्फोट हो जाता. लेकिन सुरक्षाबलों की सूझ बूझ से यह नक्सली साजिश फेल हो गई. इस स्विच को प्रेशर स्विच कहा जाता है. जो दवाब पड़ने पर खुद पर खुद एक्टिवेट हो जाता है.
पालनार और चेरपाल के इलाकों में सर्चिंग जारी: पालनार और चेरपाल के इलाकों में सुरक्षाबलों की की सर्चिंग जारी है. छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के बाद से ही नक्सली लगातार बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है. लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और नक्सल ऑपरेशन की तेजी की वजह से माओवादियों की सारी प्लानिंग को डिकोड कर लिया जा रहा है. जिससे नक्सली हताशा में हैं. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इस साल अब तक 180 IED बरामद किए हैं.