बीजापुर: विधायक विक्रम शाह मंडावी ने प्रवासी मजदूरों की प्रदेश में वापसी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश के करोड़ों मजदूर अलग-अलग प्रदेशों में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जितनी चिंता विदेशों के फंसे भारतीयों के लिए कर रही है, यदि इतनी ही चिंता अपने देश के दूसरे राज्यों में रह रहे मजदूरों के लिए करती तो उनका ये हाल नहीं होता. मंडावी ने कहा कि लॉकडाउन से पहले ही मजदूरों की घर वापसी होती तो वे कोरोना वायरस के चपेट में नहीं आते. उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों की घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की, तब भाजपा के नेता ट्रेन चलाने का विरोध कर रहे थे. अब मजदूर किसी न किसी तरह से कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने घर पहुंचने लगे हैं.
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दिखावटी आंसू बहाती है बीजेपी
उन्होंने कहा कि जब मजदूरों ने अपनी परेशानी बताई तब भाजपा ने दिखावटी आंसू बहाते हुए हर मजदूर के घर पहुंच उनसे झूठी हमदर्दी दिखाई, लेकिन मजदूरों को कष्टों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की दूरदर्शिता है, जो कोरोना महामारी संकट को भांपते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए गए.
'विदेशी मित्र की खातिरदारी में लगे रहे मोदी'
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए मंडावी ने कहा कि वे अपने विदेशी मित्रों की खातिरदारी में लगे रहे और जब हालात बिगड़े तो मजदूरों के नाम पर भाजपा राजनीति करने का प्रयास कर रही है.