बीजापुर: जिले के सिलगेर में अपनी मांगों को लेकर बैठे आदिवासियों से मिलने व उनको समर्थन देने के लिए पहुंचे छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन (Chhattisgarh Bachao Andolan) के प्रतिनिधि मंडल को बांगापाल से वापस लौटना पड़ा. प्रशासन ने उन्हें कोरोना टेस्ट किये बैगर जाने की अनुमति नहीं दी.
दरअसल रायपुर से छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन (Chhattisgarh Bachao Andolan) के विजेंद्र तिवारी, सागरिका पांडेय, बेला भाटिया, अनुभव शोरी, राशि अग्रवाल, संजय पराते, आलोक शुक्ला, गीत डहरिया, सुदेश टीकम सिलगेर जाने सोमवार की सुबह गीदम व बीजापुर के बीच बांगापाल पहुंचे. यहां प्रशासन ने टीम के सदस्यों को रोक लिया और उन्हें कोरोना टेस्ट कराने को कहा. लेकिन दल के सदस्य पहले तो गुमराह करने लगे फिर उन्होंने गीदम में टेस्ट करा लेने की बात कही. जिस पर प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें कोरोना टेस्ट के रिपोर्ट (corona test report) दिखाने को कहा. लेकिन टीम के सदस्य साक्ष्य नहीं दिखा सके.
बिना कोरोना रिपोर्ट के सिलगेर जाने पर पाबंदी
करीब दो से तीन घंटे तक टीम के सदस्य सिलगेर जाने पर अड़े रहे. लेकिन प्रशासन ने उन्हें बगैर टेस्ट के जाने नहीं दिया और छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन (Chhattisgarh Bachao Andolan) के प्रतिनिधि वहां से वापस लौट गए. इस मामले में एडिशनल SP पंकज शुक्ला, भैरमगढ़ के तहसील जुगल किशोर पटेल ने बताया कि उसूर ब्लॉक को प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. यहां अनावश्यक आवागमन प्रतिबंधित हैं. SDM एआर राणा ने प्रतिनिधि मंडल से कोरोना टेस्ट कराने का आग्रह भी किया. लेकिन उन्होंने टेस्ट कराने से इंकार कर दिया और वापस लौट गए.
SPECIAL: सिलगेर में डटे ग्रामीणों पर कोरोना संक्रमण का खतरा, सैकड़ों ग्रामीण हुए संक्रमित
बीजापुर के सिलगेर पुलिस कैंप (Silger police camp) का विरोध कर रहे ग्रामीण कोरोना संक्रमण (corona infection) के शिकार हो रहे हैं. बस्तर IG सुंदरराज पी. (bastar ig sundarraj p) ने बताया कि सिलगेर आंदोलन में शामिल 150 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. आए दिन किसी ना किसी राजनीतिक और सामाजिक संस्था से जुड़े लोग सिलगेर में जुटे आंदोलनकारियों से मिलने पहुंच रहे हैं. जिससे ग्रामीण कोरोना संक्रमित आ रहे हैं. इसे देखते हुए प्रशासन अब हर आने-जाने वालों पर नजर रख रहा है. इसी के तहत छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के प्रतिनिधि मंडल को भी रोक दिया गया.