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बीजापुर: सड़क निर्माण में भी उठने लगे हैं सवाल, संज्ञान लेगा प्रशासन

सडक के निर्माण कार्य का ठेका रायगढ के गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है. करीब 4.5 किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण का काम पूरा हो चुका है. इस सडक के निर्माण में संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी को विभाग ने 40 लाख का भुगतान भी कर दिया है. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि 'सड़क के निर्माण में भारी लापरवाही बरती जा रही है'.

Bijapur villagers are angry about negligence in road construction
सड़क निर्माण में भी उठने लगे हैं सवाल
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Published : Feb 29, 2020, 12:00 AM IST

बीजापुर: सडक के निर्माण में गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ को लेकर मंगापेटा के ग्रामीणों आक्रोश में हैं. भैरमगढ जनपद के मंगापेटा ग्राम पंचायत के आश्रित गांव पाताकुटरू से अबूझमाड के गुमनेर गांव को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना (PMGSY) के तहत 4 करोड़ 14 लाख की लागत से 12 किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण कार्य चल रहा है. ग्रामीण इस निर्माण को लेकर प्रशासन और ठेकेदार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं.

सड़क निर्माण में भी उठने लगे हैं सवाल

दरअसल सडक के निर्माण कार्य का ठेका रायगढ के गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है. करीब 4.5 किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है. इस सडक के निर्माण में संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी को विभाग ने 40 लाख का भुगतान भी कर दिया है. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि 'सड़क के निर्माण में भारी लापरवाही बरती जा रही है'.

ग्रामाीण लगा रहे ये आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि '4.5 किलोमीटर पूर्ण हुए सडक की गुणवत्ता के साथ समझौता करते हुए बेहद ही निचले स्तर के निर्माण कार्य को अंजाम दिया है. सडक में मुरम डालकर रोड रोलर नहीं चलाया गया है. जिसके कारण सड़क में बिछाया गया मुरम हाथ की उंगलियों से भी उखड़ रहा है.ऐसे में बारिश के दिनों में ये सडक पूरी तरह से बह जाएगी'.

ग्रामीणों ने बताया कि 'कई जगह ग्राउंड लेवल से महज 1 इंच ही मुरूम बिछाया गया है. साढे चार किलोमीटर की इस सडक में 3 पक्के पुल का भी निर्माण होना था. मगर हयूम पाईप लगाकर खानापूर्ति की गई है'. ग्रामीणों की माने तो 'बरसाती नालों में हयूम पाईप लगाकर जिस पुल का निर्माण किया गया है. उस पुल की गुणवत्ता इतनी खराब है कि निर्मित पुल पहली बारिश भी नहीं झेल पाएगा'.

प्रशासन लेगा संज्ञान

मामले में कलेक्टर के.डी. कुंजाम ने कहा है कि 'एक सप्ताह के अंदर वे स्वयं ही इस सडक के निर्माण का जायजा लेंगे. साथ ही जांच कर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे'.

बीजापुर: सडक के निर्माण में गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ को लेकर मंगापेटा के ग्रामीणों आक्रोश में हैं. भैरमगढ जनपद के मंगापेटा ग्राम पंचायत के आश्रित गांव पाताकुटरू से अबूझमाड के गुमनेर गांव को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना (PMGSY) के तहत 4 करोड़ 14 लाख की लागत से 12 किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण कार्य चल रहा है. ग्रामीण इस निर्माण को लेकर प्रशासन और ठेकेदार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं.

सड़क निर्माण में भी उठने लगे हैं सवाल

दरअसल सडक के निर्माण कार्य का ठेका रायगढ के गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है. करीब 4.5 किलोमीटर लंबी सडक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है. इस सडक के निर्माण में संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी को विभाग ने 40 लाख का भुगतान भी कर दिया है. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि 'सड़क के निर्माण में भारी लापरवाही बरती जा रही है'.

ग्रामाीण लगा रहे ये आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि '4.5 किलोमीटर पूर्ण हुए सडक की गुणवत्ता के साथ समझौता करते हुए बेहद ही निचले स्तर के निर्माण कार्य को अंजाम दिया है. सडक में मुरम डालकर रोड रोलर नहीं चलाया गया है. जिसके कारण सड़क में बिछाया गया मुरम हाथ की उंगलियों से भी उखड़ रहा है.ऐसे में बारिश के दिनों में ये सडक पूरी तरह से बह जाएगी'.

ग्रामीणों ने बताया कि 'कई जगह ग्राउंड लेवल से महज 1 इंच ही मुरूम बिछाया गया है. साढे चार किलोमीटर की इस सडक में 3 पक्के पुल का भी निर्माण होना था. मगर हयूम पाईप लगाकर खानापूर्ति की गई है'. ग्रामीणों की माने तो 'बरसाती नालों में हयूम पाईप लगाकर जिस पुल का निर्माण किया गया है. उस पुल की गुणवत्ता इतनी खराब है कि निर्मित पुल पहली बारिश भी नहीं झेल पाएगा'.

प्रशासन लेगा संज्ञान

मामले में कलेक्टर के.डी. कुंजाम ने कहा है कि 'एक सप्ताह के अंदर वे स्वयं ही इस सडक के निर्माण का जायजा लेंगे. साथ ही जांच कर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे'.

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