बीजापुर: सरेंडर नक्सली की हत्या करने वाले दो आरोपियों को बीजापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दो अब भी फरार है. चार लोगों ने मिलकर सरेंडर नक्सली की हत्या कर दी थी और फरार हो गए थे. मुख्य हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक का चाचा था जिसने अपने 4 साथियों के साथ मिलकर भतीजे की हत्या की थी.
मृतक छोटू कुरसम अपने परिचित का एक्सीडेंट होने पर एंबुलेंस लेकर मनकेली गांव जा रहा था.इसी दौरान गोरना गांव के पास छोटू कुरसम के चाचा राजू कुरसम और चार लोगों ने एंबुलेंस रोकी और छोटू कुरसम को अपने साथ ले गए. आरोपियों ने छोटू की गला रेत कर हत्या कर दी और शव को गोरना मार्ग पर फेंक दिया. घटना के बाद से ही बीजापुर पुलिस ने शक के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.
सरेंडर नक्सली का हत्यारा गिरफ्तार: 24 दिसंबर को डीआरजी, बस्तर फाइटर और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने गोरना और मनकेली में सर्चिंग के दौरान हत्या में शामिल दो आरोपियों को पकड़ा. एक आरोपी गुडडु कुरसम उम्र 23 वर्ष निवासी कोकरा थाना बीजापुर और दूसरा आरोपी गुडडु कुरसम मूलवासी बचाओ मंच का सदस्य है. साथ ही मूलवासी बचाओ मंच के 9 पंचायतों का प्रमुख है. पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ पर पता चला कि वह गोरना-मनकेली क्षेत्र के आत्मसमर्पित माओवादियों की रेकी कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने छोटू कुरसम का अपहरण कर हत्या की घटना को अंजाम दिया. घटना में शामिल फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. क्षेत्र में लगातार सघन गश्त सर्चिंग की जा रही है. गिरफ्तार आरोपी गुड्डु कुरसम को कोर्ट में पेश किया गया. दूसरे आरोपी को किशोर कोर्ट में ले जाया गया.
मृतक ने कुछ महीने पहले छोड़ा था नक्सल संगठन: मृतक छोटू कुरसम नक्सल संगठन में सक्रिय था और कुछ महीने पहले ही उसने नक्सल संगठन को छोड़ दिया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. सरेंडर करने के बाद वह गोपनीय सैनिक के रूप में काम कर रहा था.