बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शुक्रवार को सीआरपीएफ की जंगल युद्ध इकाई कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन (कोबरा) के इंस्पेक्टर ने अपनी सर्विस राइफल से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली. जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है.
बस्तर आईजी ने दी जानकारी: इस बारे में बस्तर आईजी ने जानकारी दी कि घटना बीजापुर शहर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 170वीं बटालियन के मुख्यालय में सुबह करीब 11 बजे हुई. कोबरा 210वीं बटालियन के इंस्पेक्टर सफी अख्तर ने एके-47 राइफल से खुद को गोली मार ली. गोलियों की आवाज सुनकर उनके सहकर्मी वहां पहुंचे. तुरंत उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां उनकी मौत हो गई.
बीजापुर के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बासागुड़ा में मौजूद 210 कोबरा बटालियन कैंप में तैनात इंस्पेक्टर ने खुदकुशी कर ली. इंस्पेक्टर शफी अख्तर ने शुक्रवार सुबह अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली. शफी अख्तर के सुसाइड के कारण का पता नहीं चल पाया है. मामले में जांच की जा रही है. -सुंदरराज पी, बस्तर आईजी
छुट्टी पर घर जाने वाला था जवान: इंस्पेक्टर शफी अख्तर कोबरा के मोकुर शिविर में तैनात था और बीजापुर आया था. कुछ ही दिनों में छुट्टी पर दिल्ली जाने वाला था. अधिकारी ने बताया कि मौके से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन मामला पारिवारिक लग रहा है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
नहीं मिला कोई सुसाइड नोट: सीआरपीएफ और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा को नक्सल विरोधी अभियानों के लिए दक्षिण बस्तर में बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है, जिसमें दंतेवाड़ा सहित तीन जिले शामिल हैं. यहां बड़ी संख्या में जवान नक्सलियों से सीधा मुकाबला कर रहे हैं. लेकिन बीच बीच में जवानों की तरफ से इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती है. ऐसे मामलों में सरकार को ध्यान देना चाहिए.