बीजापुर: जिले में पहली बार बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित की गई. बैठक में बस्तर में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा कि "प्राधिकरण की तरफ से स्वीकृत सभी विकास कार्यों को समय पर पूरा करना है. जिससे इसका लाभ स्थानीय जनता को मिल सके. आश्रम छात्रावासों के माध्यम से बच्चों को बेहतर शैक्षणिक सुविधा देना है. ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य संपादित करने के लिए प्राधिकरण के बजट को बढ़ाने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भी भेजा गया है.
प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक को बस्तर की कैबिनेट बैठक बताया. उन्होंने कहा कि "इस बैठक में बस्तर में संचालित विकास कार्यों की विस्तारपूर्वक चर्चा होती है. उसके आधार पर कार्यों को धरातल पर उतारा जाता है."
गौठानों से करोड़ों रुपयों की आमदनी: मंत्री ने नरवा गरुआ घुरवा बाड़ी योजना को शासन की महात्वाकांक्षी योजना बताते हुए सभी गौठानों को शासन की मंशा के अनुरूप आत्मनिर्भर बनाने निर्देश दिए. उन्होंने कहा "गौठानों में उपलब्ध रोजगार के माध्यम से हर माह करोड़ों रुपये की आमदनी हो रही है. शासन की तरफ से अब सभी विकासखण्डों में दो दो गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है. जल जीवन मिशन अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है. इस योजना से कोई भी घर वंचित न रहे. आश्रम-छात्रावास, स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी, सड़क, सेतु सहित सभी निर्माण कार्यों को गति देने का यह सबसे अच्छा अवसर है."
लखमा ने आगे कहा कि "प्रदेश की सबसे अच्छी सड़कें बस्तर में बनी हैं. अब कुछ ही महीनों में जगरगुण्डा और बारसूर-पल्ली मार्ग का निर्माण भी पूरा होगा, जो एक बड़े सपने के साकार होने जैसा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बहुत जल्द बस्तर आएंगे और भेंट मुलाकात के दौरान की गई घोषणाओं और निर्देशों के पालन की समीक्षा करेंगे.
छत्तीसगढ़ में धान का सबसे अच्छा मूल्य मिलने के कारण दूसरे प्रदेशों के धान खपाए जाने की आशंका को देखते हुए इस पर रोक लगाने के लिए अधिक से अधिक चौकसी बरतने के निर्देश भी मंत्री लखमा ने दिए. उन्होंने राशन वितरण की सुचारू व्यवस्था रखने के संबंध में भी निर्देशित किया. मंत्री ने शांति व सुरक्षा के साथ बस्तर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पुलिस के भूमिका की भी सराहना की.
बीजापुर में पहली बार प्राधिकरण की बैठक: सांसद दीपक बैज ने कहा कि "उनके निवेदन पर 14 दिसंबर को प्रस्तावित बैठक शनिवार को आयोजित किया गया. इसके लिए प्राधिकरण का आभार. बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और स्थानीय विधायक विक्रम शाह मंडावी ने बीजापुर में पहली बार प्राधिकरण की बैठक आयोजित करने पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे अंचल में चल रहे विकास कार्यों को नई गति मिलेगी.
बैठक में चर्चा के दौरान कोपागुड़ा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण, लाल पानी प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए संचालित की जा रही है. नेरली जल प्रदाय योजना को मार्च माह तक पूरी कर लिए जाने की बात लोक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कही. बैठक में कुछ अधिकारियों के उपस्थित नहीं रहने गहरी नाराजगी जाहिर की गई. बैठक में देवगुड़ी, पेनगुड़ी, घोटूल, मृतक स्मारक स्थलों की भूमि के अभिलेखीकरण काम के लिए प्रशंसा की गई. इन स्थानों को संस्कृति के साथ ही पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण स्थान बताया गया. बैठक में वन अधिकार मान्यता पत्रधारी किसानों को ऋण पुस्तिका प्रदान करने के साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए. जिससे हितग्राही शासन की अन्य योजनाओं का लाभ उठाने के साथ ही खेती किसानी के लिए बिना ब्याज के ऋण भी आसानी से प्राप्त कर सकें. वन अधिकार मान्यता पत्र की भूमि के समतलीकरण, तालाब निर्माण, मुर्गीपालन, पशुपालन आदि आर्थिक गतिविधयों के लिए भी कार्य करने के निर्देश दिए गए.
बीजापुर जल आवर्द्धन योजना को गति प्रदान करने के लिए मिंगाचल नदी में एनीकट बनाए जाने की आवश्यकता को देखते हुए कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए. बैठक में महत्वपूर्ण स्थानों के नामकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय भी लिया गया. बैठक में संसदीय सचिव रेखचंद जैन, शिशुपाल सोरी, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, कमिश्नर तथा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार कोंडागांव कलेक्टर दीपक सोनी, बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, सुकमा कलेक्टर हरीश एस सहित जिला पंचायत के अध्यक्षगण, बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्यगण उपस्थित थे.