ETV Bharat / state

बेमेतरा: मरका से नरी के लिए अब तक नहीं बनी सड़क, ग्रामीण परेशान

बेमेतरा के मरका से नरी जाने वाली 6 किलोमीटर मार्ग में अब तक सड़क नहीं बन पाई है. ग्रामीण बदतर कच्ची सड़क पर चलने को मजबूर हैं. गांववालों के मुताबिक उनके कई बार गुहार लगाने के बाद भी शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

path of Marka to Nari
मरका से नरी जाने वाला मार्ग है बेहाल
author img

By

Published : May 11, 2020, 11:13 AM IST

Updated : May 11, 2020, 5:28 PM IST

बेमेतरा: भारत डिजिटल इंडिया के सपने संजोए आगे बढ़ रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के कई गांवों में अब तक विकास नहीं पहुंच पाया है, जिसके कारण लोगों को मूलभूत सुविधाएं के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है. ऐसा ही एक गांव है, मरका जहां से नरी गांव तक 6 किलोमीटर तक सड़क अब तक नहीं बन पाई है.

मरका से नरी के लिए कच्ची सड़क से जाने को मजबूर ग्रामीण

बेमेतरा ब्लॉक के मरका गांव से नरी तक सड़क मार्ग के निर्माण के लिए कई नेताओं ने ग्रामीणों को आश्वशन दिया है, लेकिन सड़क निर्माण के लिए किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसके लिए ग्रामीणों ने कई बार आवेदन दिए, लेकिन न प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना यहां तक पहुंची और न ही मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, जिसके कारण ग्रामीण आधुनिक भारत के दौर में भी बदतर सड़क पर चलने को मजबूर हैं.

ग्रामीणों को अस्पताल आने में होती है परेशानी

बता दें कि अंचल में मरका गांव में ही सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, जो 24 घंटे मरीजों को सेवा दे रहा है, लेकिन आपात स्थिति में अगर नरी गांव से 6 किलोमीटर मरका अस्पताल आना पड़े तो सड़क की स्थिति को देखकर लोगों को सोचने के लिए मजबूर होना पड़ता है. बदहाल सड़क के कारण ही ग्रामीणों को 20 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय जाने को मजबूर होना पड़ता है.

किसानों ने खेत जाने के लिए बनाई थी कच्ची सड़क

बता दें कि मरका से नरी जाने के लिए जिस मार्ग का उपयोग किया जा रहा है, वह किसानों की देन है. इसे किसानों ने खेत से बैलगाड़ी आने-जाने के लिए बनवाया था. उसी रास्ते से अब तक आवागमन हो रहा है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें: साइकिल से बिलासपुर पहुंचे 10 मजदूर, महापौर ने बांटा राशन

बारिश में कच्ची सड़क हो जाती है दलदल

मिट्टी वाली सड़क में बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरीके से बाधित रहता है. सड़क चलने के लायक भी नहीं होती है. कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस भी नहीं मिलती.

बेमेतरा: भारत डिजिटल इंडिया के सपने संजोए आगे बढ़ रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के कई गांवों में अब तक विकास नहीं पहुंच पाया है, जिसके कारण लोगों को मूलभूत सुविधाएं के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है. ऐसा ही एक गांव है, मरका जहां से नरी गांव तक 6 किलोमीटर तक सड़क अब तक नहीं बन पाई है.

मरका से नरी के लिए कच्ची सड़क से जाने को मजबूर ग्रामीण

बेमेतरा ब्लॉक के मरका गांव से नरी तक सड़क मार्ग के निर्माण के लिए कई नेताओं ने ग्रामीणों को आश्वशन दिया है, लेकिन सड़क निर्माण के लिए किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसके लिए ग्रामीणों ने कई बार आवेदन दिए, लेकिन न प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना यहां तक पहुंची और न ही मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, जिसके कारण ग्रामीण आधुनिक भारत के दौर में भी बदतर सड़क पर चलने को मजबूर हैं.

ग्रामीणों को अस्पताल आने में होती है परेशानी

बता दें कि अंचल में मरका गांव में ही सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, जो 24 घंटे मरीजों को सेवा दे रहा है, लेकिन आपात स्थिति में अगर नरी गांव से 6 किलोमीटर मरका अस्पताल आना पड़े तो सड़क की स्थिति को देखकर लोगों को सोचने के लिए मजबूर होना पड़ता है. बदहाल सड़क के कारण ही ग्रामीणों को 20 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय जाने को मजबूर होना पड़ता है.

किसानों ने खेत जाने के लिए बनाई थी कच्ची सड़क

बता दें कि मरका से नरी जाने के लिए जिस मार्ग का उपयोग किया जा रहा है, वह किसानों की देन है. इसे किसानों ने खेत से बैलगाड़ी आने-जाने के लिए बनवाया था. उसी रास्ते से अब तक आवागमन हो रहा है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें: साइकिल से बिलासपुर पहुंचे 10 मजदूर, महापौर ने बांटा राशन

बारिश में कच्ची सड़क हो जाती है दलदल

मिट्टी वाली सड़क में बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरीके से बाधित रहता है. सड़क चलने के लायक भी नहीं होती है. कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस भी नहीं मिलती.

Last Updated : May 11, 2020, 5:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.