बेमेतरा: मैनुअल स्टाम्प की बिक्री पर लगी रोक हटाने के लिए स्टाम्प वेंडर के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. प्रतिनिधियों का कहना है कि, इन दिनों किसानों को कम कीमत के स्टाम्प की आवश्यकता ज्यादा है. इससे मैनुअल स्टाम्प की मांग बढ़ गई है. ऐसे में शासन को इसपर लगी रोक को हटा देना चाहिए.
अधिक कीमत पर मैनुअल स्टाम्प बेचे जाने की मिल रही शिकायत के बाद बीते 19 मई से इसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई थी. इसके लिए उप पंजीयक कार्यालय से स्टाम्प वेंडरों को आदेश जारी कर उच्च अधिकारियों के आदेशों का हवाला दिया गया था. इसमें मैनुअल स्टाम्प वितरण को अगले आदेश बंद करने की बात कही गई थी.
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कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
मैनुअल स्टाम्प बेचने पर वेंडरों के लायसेंस निरस्त करने की बात कही थी. जिसके बाद स्टाम्प वेंडरों ने मैनुअल स्टाम्प की बिक्री बंद कर दी थी और ऑनलाइन ई- स्टाम्प से काम शुरू किया गया था. अब मामले में किसानों का कहना है कि, 10, 20 और 50 के स्टाम्प की मांग सेवा सहकारी बैंक के कामकाज के कारण बढ़ गई है. ऐसे में मैनुअल स्टाम्प नहीं मिलने से उनका काम प्रभावित हो रहा है. जिसे लेकर मैनुअल स्टाम्प की बिक्री पर लगे रोक को हटाने के लिए किसानों ने भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और रोक हटाने की मांग की है.
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लोन
स्टाम्प वेंडरों ने बताया कि किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) लोन के लिए शपथ पत्र देना होता है, इसके लिए कम कीमत के स्टाम्प की आवश्यकता होती है. जिसे बार-बार ई-स्टाम्प से निकलने में परेशानी होती है. ऐसे में मैनुअल स्टाम्प बेचने की परमिशन दे देना चाहिए.