बेमेतरा: लगातार नीचे गिरते भू-जल स्तर के कारण पेयजल संकट गर्मी से पहले ही गहरा गया है. जिसके कारण लोगों को पेयजल संबंधी समस्याओं से रूबरू होना पड़ रहा है. शासन-प्रशासन जल्द पेयजल प्रबंधन को लेकर उचित कदम नहीं उठाता है तो गर्मी के दिनों में पेयजल संकट बढ़ सकता है. लोगों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
नल-जल के 9 परियोजना ठप
जिले के बांध में पानी कम हो रहा है. नदी-नालों में भी कुछ दिनों का पानी बचा हुआ है. लगातार नीचे गिरते जल स्तर से हैंडपंप और मोटर पंप भी काम नहीं कर रहे हैं. जिले में ग्रामीणों को खारे पानी से निजात दिलाने शुरू की गई जल-जल योजना भी अधर में है. 10 परियोजनाओं में से 9 तक ठप पड़े हुए हैं. वहीं एक योजना का क्रियान्वयन हो रहा है. जिसका सुचारू रूप लोगो को लाभ नहीं मिल पा रहा है.
बेमेतरा: गर्मी की दस्तक के साथ पेयजल संकट शुरू, बंद पड़े 324 हैंडपंप
ग्रामीणों ने हांफ नदी पर बनाया बांध
नवागढ़ और बेमेतरा की सीमा में अंधियारखोर में बहने वाली जीवनदायिनी हांफ नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है. जिससे ग्रामीण परेशान नजर आ रहे हैं. ग्रामीणों ने पानी के जल स्तर को बचाए रखने के लिए नदी पर बांध का निर्माण कर दिया है. जिससे कम से कम एक महीनों के लिए पानी मिल सके.
300 से अधिक हैंडपंप हुए बंद
स्थानीय निवासी सनतधनर दीवान ने बताया कि शासन-प्रशासन जल प्रबंधन को लेकर सजग नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं 300 से अधिक हैंडपंप बंद हैं. नल-जल योजना का क्रियान्वयन भी नहीं हो पा रहा है. यदि गर्मी के पहले शासन ने हैंडपंप सुधार और नल-जल योजना में सुधार नहीं किया तो निश्चित ही पेयजल संकट गहरा जाएगा.
पेयजल समस्या से निपटने PHE अमला तैयार, सुधारे जा रहे हैंडपंप
ग्रामीण बिहारी पटेल ने बताया गर्मी से पहले ही उनके गांव धनगांव में 10 हैंडपंप बंद हैं. नदी नाले भी सूख चुके हैं. मवेशियों के लिए भी पानी नहीं बचा है. इस संबंध में कलेक्टर शिव अनंत तायल ने कहा कि एनीकट चेक कर लिए है, अभी पर्याप्त पानी है. गर्मी से पहले पेयजल व्यवस्था के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं.