ETV Bharat / state

बेमेतरा जिले में धीमी गति से चल रहा धान उठाव का कार्य, 33 हजार मीट्रिक टन धान का परिवहन बाकी

बेमेतरा में सेवा सहकारी समितियों में रखे धान (Paddy) का उठाव धीमी गति से किया जा रहा है. जिले के 92 सेवा सहकारी समितियों में 5 लाख 87 हजार 672 मिट्रिक टन धान का उठाव पूरा कर लिया गया है. वहीं 33 हजार 110 मीट्रिक टन धान का उठाव होना अब भी बाकी है. हालांकि बीच में प्रशासन ने परिवहन का कार्य तो शुरू किया था, लेकिन बारिश के चलते अब लोडिंग करने में परेशानी हो रही है.

paddy-did-not-pick-up-from-collection-center-even-after-6-months-of-purchase-in-bemetara
बेमेतरा जिले में धीमी गति से चल रहा धान उठाव का कार्य
author img

By

Published : Jun 27, 2021, 6:34 PM IST

बेमेतरा: जिले की सेवा सहकारी समितियों में रखे धान (Paddy) का उठाव धीमी गति से किया जा रहा है. खरीदी पूर्ण होने के महीनों बाद भी धान का उठाव नहीं हो पाया है. आलम यह है अब भी उपार्जन केंद्रों के फड़ खाली नहीं हो पाए हैं. जहां अब भी हजारों क्विंटल धान का स्टॉक रखा हुआ है. बारिश के चलते धान खराब हो रहा है.

बेमेतरा जिले में धीमी गति से चल रहा धान उठाव का कार्य

जिले में 33 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव बाकी

जिला खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिले के 92 सेवा सहकारी समितियों में 5 लाख 87 हजार 672 मिट्रिक टन धान का उठाव पूरा कर लिया गया है. वहीं 33 हजार 110 मीट्रिक टन धान का उठाव होना अब भी बाकी है. हालांकि बीच में प्रशासन ने परिवहन का कार्य तो शुरू किया था, लेकिन बारिश के चलते अब लोडिंग करने में परेशानी हो रही है.

नवागढ ब्लॉक के उपार्जन केंद्रों में बंपर स्टॉक

नवागढ़ ब्लॉक के उपार्जन केंद्रों में धान का बंपर स्टॉक है. यहां परिवहन नहीं होने से हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ चुका है. नवागढ़ ब्लॉक के रनबोड उपार्जन केंद्र में कच्ची सड़क होने के कारण बरसात में परिवहन नहीं हो पा रहा है. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री के गृह ग्राम कुंरा में अभी करीब 15 हजार क्विंटल से ज्यादा का धान का स्टॉक है.

कस्टम मिलिंग और धान उठाव को लेकर कलेक्टर ने दिया ये निर्देश

(72 घंटे में परिवहन का दावा निकला झूठा)

प्रदेश में धान खरीदी के 72 घंटे के भीतर परिवहन पूरा करने का दावा करने वाली प्रदेश सरकार, 6 महीने बाद भी उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव नहीं कर पाई है. आलम यह हुआ कि प्रदेश सरकार ने हाथ खड़े करते हुए नीलामी का फॉर्मूला अपनाया, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हो पाया. नतीजा यह हुआ कि अभी भी हजारों क्विंटल धान खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ा हुआ है. जिसका उठाव होना अभी भी बाकी है.

जल्द ही खाली कराए जाएंगे उपार्जन केंद्रों के फड़ : खाद्य अधिकारी

धान उठाव में देरी को लेकर जिला खाद्य अधिकारी राजेश जायसवाल ने बताया कि, बचे हुए धान के उठाव के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, लेकिन बीच-बीच में बारिश की वजह से परिवहन के कार्य में परेशानी हुई है. परिवहन का कार्य जारी है, जल्द से जल्द धान उपार्जन केंद्रों के फड़ खाली कर दिए जाएंगे.

बेमेतरा: जिले की सेवा सहकारी समितियों में रखे धान (Paddy) का उठाव धीमी गति से किया जा रहा है. खरीदी पूर्ण होने के महीनों बाद भी धान का उठाव नहीं हो पाया है. आलम यह है अब भी उपार्जन केंद्रों के फड़ खाली नहीं हो पाए हैं. जहां अब भी हजारों क्विंटल धान का स्टॉक रखा हुआ है. बारिश के चलते धान खराब हो रहा है.

बेमेतरा जिले में धीमी गति से चल रहा धान उठाव का कार्य

जिले में 33 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव बाकी

जिला खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिले के 92 सेवा सहकारी समितियों में 5 लाख 87 हजार 672 मिट्रिक टन धान का उठाव पूरा कर लिया गया है. वहीं 33 हजार 110 मीट्रिक टन धान का उठाव होना अब भी बाकी है. हालांकि बीच में प्रशासन ने परिवहन का कार्य तो शुरू किया था, लेकिन बारिश के चलते अब लोडिंग करने में परेशानी हो रही है.

नवागढ ब्लॉक के उपार्जन केंद्रों में बंपर स्टॉक

नवागढ़ ब्लॉक के उपार्जन केंद्रों में धान का बंपर स्टॉक है. यहां परिवहन नहीं होने से हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ चुका है. नवागढ़ ब्लॉक के रनबोड उपार्जन केंद्र में कच्ची सड़क होने के कारण बरसात में परिवहन नहीं हो पा रहा है. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री के गृह ग्राम कुंरा में अभी करीब 15 हजार क्विंटल से ज्यादा का धान का स्टॉक है.

कस्टम मिलिंग और धान उठाव को लेकर कलेक्टर ने दिया ये निर्देश

(72 घंटे में परिवहन का दावा निकला झूठा)

प्रदेश में धान खरीदी के 72 घंटे के भीतर परिवहन पूरा करने का दावा करने वाली प्रदेश सरकार, 6 महीने बाद भी उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव नहीं कर पाई है. आलम यह हुआ कि प्रदेश सरकार ने हाथ खड़े करते हुए नीलामी का फॉर्मूला अपनाया, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हो पाया. नतीजा यह हुआ कि अभी भी हजारों क्विंटल धान खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ा हुआ है. जिसका उठाव होना अभी भी बाकी है.

जल्द ही खाली कराए जाएंगे उपार्जन केंद्रों के फड़ : खाद्य अधिकारी

धान उठाव में देरी को लेकर जिला खाद्य अधिकारी राजेश जायसवाल ने बताया कि, बचे हुए धान के उठाव के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, लेकिन बीच-बीच में बारिश की वजह से परिवहन के कार्य में परेशानी हुई है. परिवहन का कार्य जारी है, जल्द से जल्द धान उपार्जन केंद्रों के फड़ खाली कर दिए जाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.