बेमेतरा: संविदा स्वास्थ्यकर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर लगातार हड़ताल पर है. स्वास्थ्यकर्मी रोज नया तरीका अपनाकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ कर धरना प्रदर्शन किया. उन्होने कोरोना काल में उत्कृष्ट सेवा के लिए मिले प्रशस्तिपत्र को वापस करने की बात कही हैं. जिले के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल के गांधी भवन के पास धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. जहां जिला संघ के प्रवक्ता गोपिका जायसवाल मैदा का चीला बनाकर धरना स्थल पर पहुंचे. जिस पर टोमेटो कैचेप से NHM संघ नियमितिकरण लिखकर चीला खाया गया. बता दें कि इससे पहले स्वास्थ्यकर्मियों ने कैंडल जलाकर और मुंडन होकर प्रदर्शन किया था.
जिला इकाई संघ के अध्यक्ष पूरन दास, उपाध्यक्ष संजय तिवारी औप प्रवक्ता गोपिका जायसवाल ने बताया की वे पिछले 9 दिनों ने लगातार अपनी मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. वहीं सरकार घोषणा पत्र में मांग का उल्लेख होने पर भी इसपर विचार नहीं कर रही है. जो पूरी तरह से गलत है. प्रदर्शनकार्यों ने मांगों को तुरंत पूरा नहीं कर पाने की स्थिति में लिखित आश्वासन देने की मांग की हैं, ताकि वे अपने काम पर वापस लौट जाए.
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बीते दिनों कलेक्टर और CMHO डॉ सतीश शर्मा ने हड़ताल कर रहे संविदा स्वास्थ्यकर्मियों को नोटिस जारी कर तुरंत काम पर लौटने के आदेश दिए थे. जिसके जवाब में स्वास्थ्यकर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा CMHO को सौंप दिया था. जिसे अस्वीकार कर दिया गया है. जिसके बाद बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा, समाजसेवी राहुल टिकरिहा, ताराचंद महेश्वरी और भाजपा नेता नीतू कोठारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर नियमितीकरण की मांग पर विचार करने का आग्रह किया है.
कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवा बदहाल
जिले में कोरोना का कहर जारी है. वहीं स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से कई स्वास्थ्य केंद्रों का ताला नहीं खुल रहा हैं. स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के कारण एड्स नियंत्रण कार्यक्रम और कोरोना की जांच सैंपल आदि कामों पर खासा असर पड़ा है.