बेमेतरा: शहर के सिटी कोतवाली और SDOP दफ्तर की दीवार पर बनाई गई 'नेकी की दीवार' को बदमाशों ने आग के हवाले कर दिया है. आशांका जताई जा रही है ये आगजनी की घटना असामाजिक तत्वों के द्वारा की गई है. इसके पीछे का कारण पहले की घटनाओं को जोड़कर देखा जा रहा है. बीते कुछ दिनों पहले शहर में असामाजिक तत्वों के द्वारा लगातार उत्पात मचाया जा रहा था और शहर के चौक-चौराहों पर लगातार तोड़फोड़ किया जा रहा है.
इससे पहले कलेक्टर बंगले के सामने स्थित परशुराम चौक पर भी तोड़फोड़ करने की घटना सामने आई थी. इसके बाद बाजार पारा स्थित मां कालिका मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. अब नेकी की दीवार को निशाना बनाया गया है.
अबतक मंदिर, चौक, समाजिक स्थानों को निशाना
इन घटनाओं के बाद पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. परशुराम चौक पर तोड़फोड़ की घटना को लेकर ब्राह्मण समाज ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद मां कालिका मंदिर में बदमाशों ने उत्पाद मचाया. बदमाशों के लगातार बुलंद हो रहे हौसले को देखकर शहर के चौक-चौराहे, देवी मंदिर और समाजिक स्थान सुरक्षित नजर नहीं आ रहे है.
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पूर्व पार्षद ने पुलिस को दी जानकारी
इस घटना को लेकर वार्ड क्रमांक 17 की पूर्व पार्षद रीता पांडे का कहना है कि उन्होंने फोन के माध्यम से बेमेतरा टीआई को इसकी जानकारी दे दी है. साथ ही इस घटना की लिखित शिकायत बेमेतरा एसपी दिव्यांग पटेल से करेंगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगी. इसके अलावा नगर पालिका प्रशासन से नुकसान की भरपाई की मांग करेंगी. नेकी की दीवार का निर्माण तत्कालीन पार्षद रीता पांडेय के द्वारा कराया गया था, जिसका लोकार्पण ठीक एक साल पहले बीते 10 अक्टूबर को किया गया था.
शो-पीस सबित हो रहे हैं कैमरे
शहर में लाखों रुपये खर्च कर चौक-चौराहों पर कैमरे लगाए गए हैं, जो महज शो-पीस सबित हो रहे हैं. पुलिस की ड्यूटी नहीं लग रही है. रात में होने वाला गश्त भी ठंडे बस्ते में है, जिससे असामाजिक तत्व रात में उत्पाद मचाने में सफल हो रहे हैं, जिसकी वजह से इस तरह की घटना लगातार सामने आ रही है.