बेमेतरा: लेंजवारा और सरदा धान संग्रहण केंद्र के मजदूरों ने अपनी महीनों से लंबित लाखों की बकाया मजदूरी मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया. उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. वहीं विभाग के लिखित आश्वासन के बाद मजदूरों ने सड़क बहाल कर दिया.
विभाग ने मजदूरी देने का दिया लिखित आश्वासन
बेमेतरा के सरदा-लेंजवारा धान संग्रहण केंद्र के 180 मजदूरों का 15 लाख रुपए से ज्यादा मजदूरी भुगतान बकाया है. इसे लेकर मजदूर सड़क पर बैठने मजबूर हो गए और समय सीमा लिखित में देने का आश्वासन मांगने लगे. उनके आक्रोश को देखते हुए विभाग लिखित आश्वासन देने को मजबूर हुई और सप्ताह भर के भीतर मजदूरी भुगतान की बात स्वीकार की.
पढ़ें- बस्तर दौरे पर भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात
पहले भी मजदूर कर चुके हैं मांग
इस संबंध में फड़ प्रभारी और जिला विपणन अधिकारी से संतोजनक जवाब नहीं मिलने और लगातार आश्वासन से मजदूरों में खासी नाराजगी थी. उन्होंने बीते 20 दिनों से काम बंद कर दिया है. मजदूरों ने इसकी शिकायत जिला पंचायत सभापति राहुल टिकरिहा से कर मजदूरी दिलाने की मांग की थी. इसके बाद राहुल टिकरिहा ने बेरला SDM संदीप ठाकुर को मजदूरी भुगतान नहीं होने के कारण धरना-प्रदर्शन करने और चक्काजाम के लिए पत्र प्रेषित किया था. इसके बाद मजदूर सड़क पर बैठकर धरना-प्रदर्शन करने लगे और सड़क पर चक्काजाम कर दिया.

मुंह पर काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
मजदूरों ने बताया कि मजदूरी के लिए अधिकारियों से गुहार लगा-लगाकर वे थक चुके हैं, लेकिन कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है. अधिकारी राज्य से राशि नहीं मिलने की बात कहकर गोलमोल जवाब दे रहे हैं, इसलिए वे काली पट्टी बांधकर विरोध में बैठे हैं. मजदूरों ने प्रदर्शन और चक्काजाम को लिखित आश्वासन के बाद शांतिपूर्ण खत्म किया और मार्ग पर आवश्यक सेवा वाहनों को किसी भी तरह से बाधित नहीं किया.