बेमेतरा: अंधियारखोर क्षेत्र में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है. अधिकारियों और नेताओं की नाक के नीचे रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. रेत माफिया बेखौफ होकर अपना काम कर रहे है.
बेमेतरा और नवागढ़ की तहसील सीमा को अलग करती हाफ नदी के तट से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. घठोली झालम मरका में मुरम का उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है. गांव के लोगों का कहना है कि उत्खनन माफियाओं को सरपंचों का संरक्षण है. यही कारण है कि माफिया अवैध कार्य को आसानी से अंजाम दे रहे है.
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माफियाओं के हौसले बुलंद
ग्रामीण विजय सोनी ने बताया कि कई साल से अवैध मुरम उत्खनन का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पहले कम उत्खनन होता था इसलिए लोग ध्यान नहीं देते थे, लेकिन अब ज्याद मात्रा में खनन किया जा रहा है. उनका कहना है कि कार्रवाई नहीं होने के कारण माफियाओं के हौसले बुलंद है.
रातों रात हो रहा अवैध मुरम उत्खनन
ग्रामीणों ने बताया कि रात 12 बजे के बाद माफिया सक्रिय हो जाते है. सुबह 5 से 6 बजे तक मुरम खनन का कार्य जेसीबी ट्रक और ट्रैक्टर के माध्यम से चलता है. पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि खननकर्ता मुरम बेचकर लाखों के वारे-न्यारे कर रहे है. जगह -जगह जानलेवा गड्ढे कर रहे है. प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है.
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शिकायत मिलने पर होती है कार्रवाई
इस संबंध में बेमेतरा एसडीएम दुर्गेश वर्मा का कहना है कि अवैध उत्खनन की शिकायत मिलने पर खनिज और राजस्व विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है. अवैध उत्खनन का प्रकरण बनाकर दंडित किया जाता है.