बेमेतरा: ETV भारत की ख़बर का बड़ा असर हुआ है. बेमेतरा के पुराने बेसिक स्कूल की बदाहली की ख़बर दिखाए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और स्कूल के मरम्मत और नव निर्माण के लिए 32 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. आपको बता दें कि इस स्कूल का निर्माण साल 1917 में हुआ था. यह बेमेतरा का सबसे पुराना स्कूल है और यहां की शान कहा जाता है. लेकिन शिक्षा विभाग की लापरवाही और शासन की उपेक्षा से यह स्कूल जर्जर हो गया. स्कूल की छत पर पॉलीथिन लगाई गई है और इस जर्जर हालात में बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
बदलेगी बेसिक स्कूल की सूरत
स्कूल की बदहाली की वजह से यहां पढ़ने वाले बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही थी. वर्ष 1917 में बने बेसिक स्कूल में कुल 8 कक्ष हैं, जिसमें केवल केवल एक ही कक्ष में बच्चों को बैठाया जा सकता है बाकी 7 कक्ष पूरी तरह से जर्जर हैं, जिसके कारण 2 से 5 तक की कक्षाएं एक ही कक्ष में लगाई जाती हैं. जब ETV भारत पर यह ख़बर दिखाई गई तो शासन की नींद टूटी और स्कूल की मरम्मत और नवनिर्माण के लिए 32 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की. जिससे इस स्कूल के कायाकल्प की उम्मीद जगी है. शासन के इस पहल के बाद अब स्कूल की सूरत बदलेगी और यहां पढ़ने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ेगी.