बेमेतरा : प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के तहत गौठान बनाए जा रहे हैं. लेकिन गौठान के धीमें निर्माण के कारण ग्रामीणों को इस योजना का कोई लाभ नहीं मिल रहा है और गांव के मवेशी सड़कों और खेतो में खुले आम घूम रहे हैं और खेतों में किसानों की फसलों को चट कर रहे हैं.
बता दें कि शासन की ओर से जिले में कुल 2 चरणों में कुल 191 गौठानों को स्वीकृति मिली है, जिसमें से अब तक 107 गौठान का निर्माण हो चुका है, वहीं 84 गौठान का निर्माण अब भी अधूरा है. इससे अंचल के गांवों के किसानों को गौठान योजना का कोई लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है. इसके साथ ही, धीमे निर्माण के कारण किसानों के फसलों को मवेशी खासा नुकसान पहुंचा रहे हैं. इसके कारण गौठान और रोका-छेका अभियान का उदेश्य पूरा होता नजर नहीं आ रहा है.
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84 गौठानों का काम अधूरा
इस मामले में जिला पंचायत सीईओ रीता यादव ने कहा कि दोनों चरणों के कुल 191 गौठानों में से 107 गौठान में काम पूरे हो चुके हैं. वहीं 84 गौठानों में काम चल रहा है, जिसे जल्द पूरा करा लिया जाएगा. बता दें प्रदेश सरकार की ओर से नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कार्य कराए जा रहे हैं. इसमें किसानों के हित में उनके फसलों को बचाने के लिए गौठान एवं रोका-छेका जैसे योजना शामिल है. लेकिन अधिकारियों के ढीले रवैये के कारण अब तक 84 गौठान के निर्माण का काम अधूरा है. भूपेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना जमीनी स्तर पर खोखली नजर आ रही है.