प्रोफेसर और अलसी विशेषज्ञ डॉ के. पी. वर्मा ने बताया कि, 'गुणकारी अलसी सबसे पहले तो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी है इसके सेवन से ब्लॉकेज सहित कई अन्य हृदय संबंधित बीमारियों से निदान पाया जा सकता है. साथ ही अलसी से गुड़ के साथ लड्डू पापड़ी बनाकर सेवन किया जा सकता है'.
दाने से लेकर ठूंठ तक उपयोगी
उन्होंने बताया कि, 'अलसी से चार अन्य उद्योग भी लगाए जा सकते हैं जिसमे पौष्टिक बिस्किट टोस्ट बनाए जा सकते हैं. उच्च कोटि के परिधान विकसित किए जा सकते हैं जो वातावरण के अनुकूल होते हैं. इसके ठूठ से हाईक्वालिटी के पेपर बनाए जा सकते हैं एवं रेशे से सौंदर्य प्रसाधन एवं राखियां बनाई जा सकती हैं'.
किसानों को किया जा रहा जागरूक
प्रोफेसर के.पी वर्मा ने बताया कि, 'बेमेतरा और कवर्धा में अलसी की खेती पूर्व में बड़े पैमाने पर होती थी, लेकिन किसानों को लाभ नहीं मिल पाता था. अब पुनः उन्हें अलसी की खेती करने के लिए जागरूक किया जा सकता है, इसके बहुत फायदे हैं. अलसी प्रति एकड़ 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है, जिसका बाजार भाव 4000 से 7000 किलो तक है.