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गौठानों में गोबर खरीदी बंद होने से लोगों में मायूसी

बेमेतरा जिला के खुरमुड़ी, बरबसपुर, झालम और ढोलिया में बने गौठान में गोबर खरीदी नहीं किया जा रहा है. 6 महीने से गोबर खरीदी बंद पड़ी हुई है. जिसके कारण गोबर विक्रेताओं में मायूसी है.

Dung purchase stopped, गोबर खरीदी बंद
गौठान में गोबर खरीदी बंद
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Published : Mar 20, 2021, 5:16 PM IST

बेमेतराः प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा-गरवा घुरवा बाड़ी के तहत गोधन न्याय योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. जिले में अधिकतर गौठानों में गोबर खरीदी ठप है. जिससे गोबर विक्रेताओं में मायूसी है. गोबर विक्रेता लगातार सरकार से गोबर खरीदी शुरू करने की गुहार लगा रहे हैं. गौठान निर्माण का भी बुरा हाल है. जहां 270 गौठानों के लक्ष्य के विपरीत 208 गौठानों का निर्माण पूरा हो पाया है. वहीं 62 गौठान में कार्य अब भी अधूरे हैं.

गौठान में गोबर खरीदी बंद
बेमेतरा जिले के खुरमुड़ी, बरबसपुर, झालम और ढोलिया में बने गौठान में गोबर खरीदी का कार्य नहीं हो रहा है. जिसके कारण गोबर बेच रहे चरवाहों और किसानों को लगातार नुकसान हो रहा है. बरबसपुर के किसान और चरवाहों का कहना है कि गोबर खरीदी हो रही थी तो वह गोबर बेच रहे थे. जिसका 50 फीसदी पैसा उनके खाते में आ चुका है. वहीं 50 फीसदी पैसा अभी तक उनके खाते में नहीं आया है. विगत 6 महीने से गोबर खरीदी बंद पड़ी हुई है. जिसकी वजह से उन्हें नुकसान हो रहा है.
49 गौठान में गोबर खरीदी बंद

कृषि विभाग के उपसंचालक एमडी मानकर ने बताया कि जिले के 208 गौठानों में से 151 गौठानों से ही गोबर खरीदी हो रही है. वहीं 49 गौठानों में खरीदी बंद है. झालम के किसान गजाधर पाल ने बताया की उन्होंने लगभग 35 हजार का गोबर बेचा है. जिसमें लगभग 15-16 हजार रुपये मिल चुके हैं. बाकी रकम अब तक खाते में नहीं आया है. उन्होंने बताया कि गांव के जिम्मेदारों ने 21 मार्च को बाकी रकम आने की बात कही है.

गौठान दर्शन योजना: महिलाओं ने किया कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर का भ्रमण

62 गौठान का काम अब भी अधूरा

शासन की ओर से बेमेतरा जिले को 270 गौठान बनाने का लक्ष्य दिया गया था. जिसमें केवल 208 गौठान का ही निर्माण हो पाया है. अब भी 62 गौठान निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया है. जिसे लेकर जिला पंचायत सीईओ भी गंभीर दिखाई नहीं दे रही हैं. प्रशासन के ढीले रवैये के कारण ग्रामीणों को शासन की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. जिले के कई गौठानों में गोबर खरीदी ठप पड़ी हैं.

बेमेतराः प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा-गरवा घुरवा बाड़ी के तहत गोधन न्याय योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. जिले में अधिकतर गौठानों में गोबर खरीदी ठप है. जिससे गोबर विक्रेताओं में मायूसी है. गोबर विक्रेता लगातार सरकार से गोबर खरीदी शुरू करने की गुहार लगा रहे हैं. गौठान निर्माण का भी बुरा हाल है. जहां 270 गौठानों के लक्ष्य के विपरीत 208 गौठानों का निर्माण पूरा हो पाया है. वहीं 62 गौठान में कार्य अब भी अधूरे हैं.

गौठान में गोबर खरीदी बंद
बेमेतरा जिले के खुरमुड़ी, बरबसपुर, झालम और ढोलिया में बने गौठान में गोबर खरीदी का कार्य नहीं हो रहा है. जिसके कारण गोबर बेच रहे चरवाहों और किसानों को लगातार नुकसान हो रहा है. बरबसपुर के किसान और चरवाहों का कहना है कि गोबर खरीदी हो रही थी तो वह गोबर बेच रहे थे. जिसका 50 फीसदी पैसा उनके खाते में आ चुका है. वहीं 50 फीसदी पैसा अभी तक उनके खाते में नहीं आया है. विगत 6 महीने से गोबर खरीदी बंद पड़ी हुई है. जिसकी वजह से उन्हें नुकसान हो रहा है. 49 गौठान में गोबर खरीदी बंद

कृषि विभाग के उपसंचालक एमडी मानकर ने बताया कि जिले के 208 गौठानों में से 151 गौठानों से ही गोबर खरीदी हो रही है. वहीं 49 गौठानों में खरीदी बंद है. झालम के किसान गजाधर पाल ने बताया की उन्होंने लगभग 35 हजार का गोबर बेचा है. जिसमें लगभग 15-16 हजार रुपये मिल चुके हैं. बाकी रकम अब तक खाते में नहीं आया है. उन्होंने बताया कि गांव के जिम्मेदारों ने 21 मार्च को बाकी रकम आने की बात कही है.

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62 गौठान का काम अब भी अधूरा

शासन की ओर से बेमेतरा जिले को 270 गौठान बनाने का लक्ष्य दिया गया था. जिसमें केवल 208 गौठान का ही निर्माण हो पाया है. अब भी 62 गौठान निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया है. जिसे लेकर जिला पंचायत सीईओ भी गंभीर दिखाई नहीं दे रही हैं. प्रशासन के ढीले रवैये के कारण ग्रामीणों को शासन की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. जिले के कई गौठानों में गोबर खरीदी ठप पड़ी हैं.

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