बेमेतरा: जिले में फल की खेती करने वाले किसानों के लिए मौसम सामत बनकर आई है. पपीते की 14 एकड़ की खेती को बर्बाद हुए 14 दिन भी नहीं हुए और केले की फसल तेज आंधी से बर्बाद हो गई. 4 एकड़ में केले की फसल पूरी तरह आंधी की भेंट चढ़ गई है.
जिले के अतरिया गांव में कलेक्टर बाड़ी के नाम से महशूर फार्म हाउस में पपीते और केले की खेती कर रहे किसान जोगेन्द्र सिंह जाट ने बताया कि पहले तो तेज धूप-पानी की कमी और गर्म वातावरण के कारण पपीता पूरी तरह खराब हो गया था और अब केले की फसल भी तेज-आंधी तूफान से बर्बाद हो गई है.
4 एकड़ में लगा केला आंधी तूफान से बर्बाद
किसानों ने बताया कि 14 एकड़ में पपीता लगाए गए थे जो तेज धूप और पानी की कमी से खराब हो गए. अब 4 एकड़ में लगा केला आंधी-तूफान से बर्बाद हो गया है. ऐसे में किसान आत्महत्या न करें तो क्या करें. उन्होंने सरकार से फसल क्षति राशि देने की गुजारिश की है ताकि वे अपना परिवार चला सकें.
पूरी फसल चौपट
किसान ने बताया कि 4 एकड़ केले की फसल तैयार करने में 3 लाख रुपये खर्च हुए थे. बड़ी मुश्किल से 8 हजार का केला बेचा था जिसमें 2 हजार का लेबर लग गया. अब आई आसमानी आफत ने पूरी फसल चौपट कर दी. अब खेत की फिर से जुताई कर गन्ने की फसल तैयार करेंगे.