बेमेतरा: 3 अक्टूबर से राम मंदिर ट्रस्ट की भूमि अंतरण मामले को लेकर अनशन पर बैठीं बेमेतरा पार्षद नीतू कोठारी की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उन्हें तुरंत एंबुलेंस से बेमेतरा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि आमरण अनशन के कारण ब्लड प्रेशर अचानक ऊपर-नीचे हो गया है. फिलहाल उनका इलाज जिला अस्पताल में कराया जा रहा है.
जल्द आ सकती है रिपोर्ट: बेमेतरा की एसडीएम सुरुचि सिंह ने इस बारे में कहा कि, "नगर पार्षद नीतू कोठारी राम मंदिर में आमरण अनशन पर बैठी हुई थी. जिनकी तबीयत खराब हो जाने के कारण उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद आगे फिर से आमरण अनशन करने की सलाह डॉक्टर ने नहीं दी है. कलेक्टर सर ने मामले को लेकर जांच टीम गठित की है. जल्द ही जांच की रिपोर्ट आ जाएगी."
ये है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला बेमेतरा के श्री राम मंदिर न्यास से जुड़ा हुआ है. यहां श्री राम मंदिर ट्रस्ट की लगभग साढ़े चार एकड़ की जमीन में बदलाव किया गया था. यहां श्री राम मंदिर न्यास के पदेन प्रबंधक तत्कालीन तहसीलदार आशुतोष गुप्ता और सुमित कौर के बीच सहमति बनाकर कोरोना काल के समय इसमें बदलाव किया गया था. तहसीलदार और एसडीएम की ओर से किए गए भूमि बदलाव को तुरंत कलेक्टर शिव अंनत तायल ने अपने नोट शीट में, गलत ठहराया है. अब मामले को लेकर दो साल बाद खुलासा हुआ. गलत तरीके से मंदिर की जमीन बदलने के मामले में भाजपा समर्थित पार्षद नीतू कोठारी आमरण अनशन पर बैठ गई हैं. जिन्हें भाजपा विश्व हिंदू परिषद हिंदूवादी संगठन के लोगों का समर्थन मिल रहा है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से मामले को लेकर जांच टीम गठित की गई है. हालांकि सप्ताह बीत जाने के बाद भी अब तक मामले की जांच रिपोर्ट नहीं आ पाई है.