बेमेतरा: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा (Bemetara) जिला में धान खरीदी (Paddy purchased) को लेकर जिला प्रशासन ने अब तक कोई भी तैयारियां नहीं की है. जहां धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, उसके बाद भी सेवा सहकारी समितियों (service cooperatives)में अब तक तैयारियों का दौर प्रारंभ नहीं हो सका है. आलम यह है कि सेवा सहकारी समितियों के कर्मचारी (Employees of Service Co operative Societies) रायपुर (Raipur) में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन (Protest)कर रहे हैं. लिहाजा सेवा सहकारी समितियों में तालाबंदी की स्थिति हैं.जिले में महीने भर से धान कटाई का कार्य शुरू हो गया है.धान खरीदी (paddy procurement process)में हो रही देरी को लेकर एक ओर जहां किसान परेशान हैं तो दूसरी ओर भाजपा(BJP) नेता ने चुटकी ली है.
पहले की अपेक्षा 1 माह देरी से शुरू होगी धान खरीदी
1 नवंबर से प्रदेश सरकार धान खरीदी प्रारंभ नहीं कर पाई, तो 1 दिसंबर से खरीदी की मियाद तय की गई है. ऐसे में बारदाना संकट और देर से परिवहन के लिए जाने जाने वाले बेमेतरा जिला में आखिर प्रशासन गहरी नींद से कब उठती है...ये तो संशय का विषय है. फिलहाल बेमेतरा के कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारियों के द्वारा अब तक कोई भी सेवा सहकारी समिति का निरीक्षण नहीं किया गया है.
धान खरीदी में देरी से किसान परेशान
दरअसल, धान खरीदी में हो रही देरी को लेकर जिले के किसान परेशान नजर आ रहे हैं. इस विषय में बेमेतरा के किसान रामपाल ने बताया कि धान की हमारी फसल 20 दिन पहले कट कर तैयार हो चुकी है. हम धान खरीदी शुरू होने का इंतजार कर रहे है. देरी से धान खरीदी शुरु होने के कारण उन्हें कटी फसल की बारिश के साये में खलिहानों में रखवाली करनी पड़ रही है. वही आर्थिक समस्याओं से भी गुजरना पड़ रहा है.
भाजपा नेता ली चुटकी
बेमेतरा जिला भाजपा पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने इस विषय में कहा कि सरकार धान खरीदना नही चाहती है. सरकार 2500 रु समर्थन मूल्य के वादे कर खुद ही फंस गई है. धान खरीदी में बारदाना संकट है. जब कि बारदाना की व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी है. किसानों को बारदाना का भुगतान वर्ष भर बाद भी नही हो पाया है. प्रदेश में 1 दिसंबर से धान खरीदी में संशय की स्थिति है.