बेमेतरा: प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही नगर पालिका एवं नगर पंचायत में कांग्रेस समर्थित अध्यक्षों की कुर्सी डगमगाने लगी है. कवर्धा और पंडरिया के बाद अब बेमेतरा जिला के थानखम्हरिया और नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने आवाज बुलंद कर दी है. बेमेतरा कलेक्ट्रेट में कलेक्टर पीएस एल्मा को पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव हेतु आवेदन सौंपा है.
थान खम्हरिया में दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव: थानखम्हरिया नगर पंचायत में अभी पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे के करीबी माने जाने वाले तितली गौरव बिंदल अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज है. उनके खिलाफ पार्षदों द्वारा यह दूसरा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इससे पहले सत्ता पक्ष में माहौल होने की वजह से अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं हो सका था. लेकिन अब सत्ता भाजपा की है और पार्षदों ने एक बार फिर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है. बेमेतरा कलेक्ट्रेट पहुंचकर महिला पार्षद अंजना ठाकुर और विजय शर्मा समेत 5 पार्षदों ने कलेक्टर को आवेदन सौंपा है.
नवागढ़ नपाध्यक्ष के खिलाफ भी प्रस्ताव: नवागढ़ नगर पंचायत के अध्यक्ष तिलक घोष के खिलाफ भी पार्षदों ने बगावती तेवर दिखाए हैं. तिलक पूर्व विधायक और संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे के करीबी माने जाते हैं. पार्षदों ने बेमेतरा कलेक्टर पीएस एल्मा को अविश्वास प्रस्ताव हेतु आवेदन दिया है. नवागढ़ नगर पंचायत में कुल 15 पार्षद हैं, जिसमें अध्यक्ष को हटाने 10 और अध्यक्ष को बचाने 6 पार्षदों की जरूरत होती है.
"दो नगरीय निकाय थान खम्हरिया एवं नवागढ़ के पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास हेतु आवेदन किया है. जिस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. दोनों नगरीय निकाय से पांच-पांच पार्षदों ने उपस्थित होकर अध्यक्ष के खिलाफ आवेदन किया है." - पदुम सिंह एल्मा, कलेक्टर, बेमेतरा
गौरलतब है कि 15 सदस्य वाली थानखम्हरिया नगर पंचायत में अध्यक्ष को हटाने 10 पार्षद का विरोध जरूरी है. वहीं अध्यक्ष को बचाने के लिए 6 पार्षदों की जरूरत होगी. नवागढ़ की बात करें तो यहां भी कुल 15 पार्षद हैं. जिसमें अध्यक्ष को हटाने के लिए 10 और अध्यक्ष को बचाने के लिए 6 पार्षदों की जरूरत होगी.