बेमेतरा: जिले में सितंबर महीने में कोरोनाकाल के दौरान शिक्षा विभाग ने 1 करोड़ 33 लाख रुपये का फर्नीचर खरीदा था. खरीदी की प्रकिया को लेकर बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने सवाल खड़े कर दिए हैं. विधायक ने मामले में फर्नीचर की गुणवत्ता और खरीदी की प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े करते हुए कलेक्टर से मामले की शिकायत कर जांच की मांग की है. मामले को देखते हुए कलेक्टर शिवअनंत तायल ने डिप्टी कलेक्टर को जांच के आदेश दे दिए हैं.
पूरा मामला 25 सितंबर 2020 का है. जब शिक्षा विभाग ने 1 करोड़ 33 लाख 60 हजार रुपये की लागत से फर्नीचर की खरीदी की थी. जिसका जिले के चारो ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले 167 संकुलों में वितरण कर दिया गया है.
संकुल समन्यवक के भर्ती के पहले ही हो गई खरीदी
बेमेतरा जिले में पहले 70 संकुल केंद्र थे. जो अब नए बने संकुल केंद्रों को मिलाकर 167 हो गए हैं. जिसमें संकुल समन्यवक की भर्ती नहीं हो पाई है. लेकिन उसके पहले ही फर्नीचर की खरीदी कर ली गई है. जिसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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नहीं किया गया नियमों का पालन: विधायक
मामले को लेकर बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि बेमेतरा जिला शिक्षा अधिकारी ने फर्नीचर और विज्ञान सामग्री की खरीदी की है. जिसमें नियमों का पालन नहीं की गया है. जो प्रकिया पूरी करनी थी वह नहीं की गई है. विधायक का कहना है कि बाबू के द्वारा दफ्तर में बैठकर ही खरीदी कर ली गई है. साथ ही गुणवत्ताहीन सामाग्री की खरीदी की गई है.
संचनालय के आदेश के तहत हुई खरीदी: DEO
मामले में पूछे जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी मधुलिका तिवारी ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि संचनालय के आदेश के मुताबिक खरीदी हुई है. जिसमें नियमों का पूरा पालन किया गया है. विज्ञान सामग्री की खरीदी संबंधित स्कूलों के प्राचार्यो ने की है.