बेमेतरा: बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा के निवास में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद चर्चा की. चर्चा के दौरान उन्होंने रामभद्राचार्य के द्वारा एक निजी चैनल में दिए व्यक्तव्य पर अपना पक्ष रखा. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि "रामभद्राचार्य का हम सम्मान करते है. बाघेश्वर धाम, जो इस वक्त चर्चा में है, उसके धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उनके शिष्य हैं. अपने शिष्य के प्रति उनके मन में बड़ा प्रेम है. उसका बचाव वो करना चाहते हैं.
रामभद्राचार्य के बयान पर बोले अविमुक्तेश्वरानंद: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद "हमारा जो वक्तव्य एक चमत्कार के सन्दर्भ में आया था. उसको मीडिया ने बागेश्वर धाम के संदर्भ में जोड़ करके प्रस्तुत कर दिया. इसी से लगता है कि उनके मन में नाराजगी आ गई है. इसलिए जो वे बोल रहे है, हम उसको आलोचना के संदर्भ में नहीं बल्कि अपने शिष्य के बचाव करने के संदर्भ में देख रहे हैं."
राम को लेकर नेता को नहीं करना चाहिए टिप्पणी: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रकाश मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए अभद्र टिप्पणी पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि "जिस संविधान के मूल में राम भगवान का चित्र हो, ऐसे श्रीराम के बारे में जो ग्रंथ रामायण है, उस पर टिप्पणी करके पता नही मंत्री जी क्या चाहते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए मंत्री जी को. रामचरितमानस को पूरा भारत अपनाता है."
"श्रीराम का मामा घर हमारा भी मामा घर": ईटीवी भारत के द्वारा पूछे गए सवाल राम जी के मामा घर छत्तीसगढ़ में आकर कैसा लगा? इस पर उन्होंने कहा कि "राम का मामा मतलब हमारे भी मामा. हम राम को अपनी आत्मा समझते हैं, हम भी अपने मामा घर आए हैं और दूध रोटी खा रहे हैं."
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रामभद्राचार्य ने क्या कहा था: दरअसल रामभद्राचार्य ने मीडिया द्वारा दिखाए जा रहे बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री पर अविमुक्तेश्वरानंद ने टिप्पणी पर बयान दिया. जिसमें उन्होंने ब्रम्हलीन शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की मृत्यु स्वभाविक नहीं बताया और कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद शंकराचार्य नहीं है, अभी मामला कोर्ट में है.