ETV Bharat / state

बेमेतरा : जांच में 296 बच्चों में मिले दिल के रोग के लक्षण - राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जांच परीक्षण में 296 बच्चों में हृदय रोग के लक्षण पाए गए हैं.

जांच परीक्षण में 296 बच्चे हृदय रोग से पीड़ित पाए गए
author img

By

Published : Nov 13, 2019, 10:47 PM IST

Updated : Nov 13, 2019, 11:18 PM IST

बेमेतरा : जिले में आंगनबाड़ी और स्कूलों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 5 साल से जारी जांच परीक्षण में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जांच परीक्षण में 296 बच्चों में हृदय रोग के लक्षण पाए गए हैं, जिनमें से 76 बच्चों का राजधानी के अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया जा चुका है.

बेमेतरा : जांच में 296 बच्चों में मिले दिल के रोग के लक्षण

बता दें कि चिरायु योजना के तहत जिले में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 लाख से ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जीरो वर्ष से लेकर 18 वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई. जांच में पता चला कि 5 वर्ष के दौरान हृदय रोग से ग्रसित बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. चिरायु योजना के तहत साल में दो बार बच्चों की सेहत की जांच की जाती है.

स्वास्थ्य विभाग की जिले में 8 टीम

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत इस साल 1 लाख 47 हजार 483 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई है. स्वास्थ्य विभाग की जिले में 8 टीम हैं, जो जिले के 579 सरकारी स्कूलों और 1022 आंगनबाड़ियों में जांच कर रही है.

जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी

बता दें कि बेमेतरा जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है इसलिए अधिकतर मरीजों को निजी अस्पतालों और राजधानी की शरण लेनी पड़ती है. हालात ये है कि जिला अस्पताल में ही कुल 50 विशेषज्ञ डॉक्टरों में 48 पद रिक्त हैं.

बेमेतरा : जिले में आंगनबाड़ी और स्कूलों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 5 साल से जारी जांच परीक्षण में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जांच परीक्षण में 296 बच्चों में हृदय रोग के लक्षण पाए गए हैं, जिनमें से 76 बच्चों का राजधानी के अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया जा चुका है.

बेमेतरा : जांच में 296 बच्चों में मिले दिल के रोग के लक्षण

बता दें कि चिरायु योजना के तहत जिले में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 लाख से ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जीरो वर्ष से लेकर 18 वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई. जांच में पता चला कि 5 वर्ष के दौरान हृदय रोग से ग्रसित बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. चिरायु योजना के तहत साल में दो बार बच्चों की सेहत की जांच की जाती है.

स्वास्थ्य विभाग की जिले में 8 टीम

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत इस साल 1 लाख 47 हजार 483 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई है. स्वास्थ्य विभाग की जिले में 8 टीम हैं, जो जिले के 579 सरकारी स्कूलों और 1022 आंगनबाड़ियों में जांच कर रही है.

जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी

बता दें कि बेमेतरा जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है इसलिए अधिकतर मरीजों को निजी अस्पतालों और राजधानी की शरण लेनी पड़ती है. हालात ये है कि जिला अस्पताल में ही कुल 50 विशेषज्ञ डॉक्टरों में 48 पद रिक्त हैं.

Intro:एंकर- जिले में आंगनबाड़ी एवं स्कूलों में 5 वर्षों से जारी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु योजना) के तहत जांच परीक्षण में 296 बच्चों में हृदय रोग के लक्षण पाए गए हैं जिनमें से 76 बच्चों का राजधानी के अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया जा चुका है ।Body:बता दें कि चिरायु योजना के तहत जिले में स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 लाख से अधिक बच्चों की स्वास्थ्य परीक्षण की गई जिसमें 0 से लेकर 18 वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में जाकर किया गया जिले में 5 वर्ष के दौरान हृदय रोग से ग्रसित बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है चिरायु योजना के तहत स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिया जाता है जिसमें वर्ष में दो बार बच्चो की सेहत की जांच की जाती है।Conclusion:राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत इस वर्ष 1 लाख 47 हजार 483 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई है जिसमें जांच के पश्चात उपचार किया गया है स्वास्थ विभाग के द्वारा जिले में योजना की 8 टीम है जो जिले के 579 सरकारी स्कूलों एवं 1022 आंगनबाड़ियों में जांच कर रही है।
(जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी)
बता दे बेमेतरा जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है इसलिए अधिकतर मरीजो को निजी अस्पतालों एवं राजधानी की शरण लेनी हालात ये है कि जिला अस्पताल में ही कुल 50 विशेषज्ञ डॉक्टरों में 48 पद रिक्त है।
(यहाँ होता है इलाज)
हृदय रोगी बच्चों को राजधानी के बालाजी एमएमआई एमजीएम ओम हॉस्पिटल सुयश अस्पताल श्री नारायणा अस्पताल वीवाय,रामकृष्ण केयर ,इत्यादि जगहों में ले जाकर उपचार कराया जाता है।
बाईट-डॉ सतीश शर्मा सीएचएमओ बेमेतरा
Last Updated : Nov 13, 2019, 11:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.