बेमेतरा : जिले में आंगनबाड़ी और स्कूलों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 5 साल से जारी जांच परीक्षण में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जांच परीक्षण में 296 बच्चों में हृदय रोग के लक्षण पाए गए हैं, जिनमें से 76 बच्चों का राजधानी के अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया जा चुका है.
बता दें कि चिरायु योजना के तहत जिले में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 लाख से ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जीरो वर्ष से लेकर 18 वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई. जांच में पता चला कि 5 वर्ष के दौरान हृदय रोग से ग्रसित बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. चिरायु योजना के तहत साल में दो बार बच्चों की सेहत की जांच की जाती है.
स्वास्थ्य विभाग की जिले में 8 टीम
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के तहत इस साल 1 लाख 47 हजार 483 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई है. स्वास्थ्य विभाग की जिले में 8 टीम हैं, जो जिले के 579 सरकारी स्कूलों और 1022 आंगनबाड़ियों में जांच कर रही है.
जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी
बता दें कि बेमेतरा जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है इसलिए अधिकतर मरीजों को निजी अस्पतालों और राजधानी की शरण लेनी पड़ती है. हालात ये है कि जिला अस्पताल में ही कुल 50 विशेषज्ञ डॉक्टरों में 48 पद रिक्त हैं.