ETV Bharat / state

जगदलपुर: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हरित क्रांति योजना, जिम्मेदारों ने कहा- 'गलती में करेंगे सुधार'

हरित क्रांति योजना के तहत बस्तर के ग्रामीण इलाकों को हरा-भरा बनाने के लिए सरकार ने लाखों रुपये खर्च कर पौधे लगाने के साथ ही ट्री गार्ड बनवाए गए थे, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण ट्री गार्ड कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं.

tree-guards-turned-into-junk-due-to-negligence-of-officials-in-jagdalpur
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हरित क्रांति योजना
author img

By

Published : Aug 9, 2020, 3:55 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: बस्तर में जुलाई महीने में शुरू हुई हरित क्रांति योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है. पौधरोपण योजना के तहत खरीदा गया ट्री गार्ड रख रखाव के अभाव में कबाड़ में तब्दील हो गया है. आलम यह है कि नेशनल हाईवे 30 में बस्तर ब्लॉक के घाटलोहंगा के पास सैकड़ों की संख्या में ट्री गार्ड खुले में पड़े होने की वजह से बारिश में भीगकर खराब हो चुके हैं. अब यह ट्री गार्ड किसी काम के नहीं हैं.

बस्तर में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हरित क्रांति योजना

जुलाई महीने से शुरू हुई हरित क्रांति योजना के तहत राज्य सरकार ने बड़े स्तर पर पौधरोण के लिए अभियान चलाया था, जिसमें सांसद से लेकर विधायक और सरकारी तंत्र भी शामिल हुआ था. सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में पौधा लगाया. सरकार ने सभी विभागों को जवाबदारी भी दी, उन्हें कहा गया कि आप सभी लोग गांव-गांव तक हरित क्रांति योजना को पहुंचाएं. सरकार ने मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है, जिसमें वृक्षारोपण में लगने वाले प्रति ट्री गार्ड 450 रुपये में तैयार किया गया, जिसे सहेज कर रखने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई, लेकन आज वह खराब होने की कगार पर है.

Tree guards turned into junk due to negligence of officials in Jagdalpur
बारिश की वजह से खराब हो गए ट्री गार्ड

जनपद के अधिकारी दूसरे पर लगा रहे आरोप

ट्री गार्ड को देखकर लगता है कि जिम्मेदार अधिकारी शासन के पैसे का दुरुपयोग कर खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं. बस्तर ब्लॉक के घाट लोहंगा इलाके में बड़ी मात्रा में पौधे को घेरने के लिए ट्री गार्ड लगाया गया है. साथ ही काफी मात्रा में ट्री गार्ड भी तैयार किए गए हैं, लेकिन जनपद के अधिकारी इसे सहेज कर रखने में फेल हो गए. दूसरे विभाग को कमी खामी बता रहे हैं.

एक दूसरे पर आरोप लगा रहे अधिकारी

अधिकारियों का कहना है कि नेशनल हाईवे विभाग ने नेशनल हाइवे के किनारे जो गड्ढे किए हैं, वो गलत तरीके से किए गए हैं, जिसके कारण पौधों को लगाने में काफी दिक्कतें हो रही है. साथ ही सड़क के किनारे सैकड़ों की संख्या में ट्री गार्ड फेंकने के संबंध में जनपद सीईओ का कहना है कि सभी ट्री गार्ड को फिर से बनाया जाएगा. उससे कोई परेशानी नहीं है. मतलब सरकार ने जो ट्री गार्ड बनवाने के लिए राशि लगाई है वह बेकार जाएगी. इन जिम्मेदार अधिकारियों की वजह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगी.

Tree guards turned into junk due to negligence of officials in Jagdalpur
ट्री गार्ड कबाड़ में तब्दील

शासन को लाखों रुपए का चूना लगाने की फिराक में अधिकारी !

बहरहाल ट्री गार्ड नया बन जाएगा और उसे पौधारोपण के दौरान लगा भी दिया जाएगा, लेकिन आखिर सवाल यह उठता है कि जिम्मेदार अधिकारी कब अपनी जिम्मेदारी समझेंगे, क्योंकि सरकार ने पहले ही उस ट्री गार्ड को बनवाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर दिए हैं, अब फिर से अधिकारी नए ट्री गार्ड बनवाने की बात कर रहे हैं, ऐसे में कहा जा सकता है कि हरित क्रांति योजना के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी शासन को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं.

जगदलपुर: बस्तर में जुलाई महीने में शुरू हुई हरित क्रांति योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है. पौधरोपण योजना के तहत खरीदा गया ट्री गार्ड रख रखाव के अभाव में कबाड़ में तब्दील हो गया है. आलम यह है कि नेशनल हाईवे 30 में बस्तर ब्लॉक के घाटलोहंगा के पास सैकड़ों की संख्या में ट्री गार्ड खुले में पड़े होने की वजह से बारिश में भीगकर खराब हो चुके हैं. अब यह ट्री गार्ड किसी काम के नहीं हैं.

बस्तर में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हरित क्रांति योजना

जुलाई महीने से शुरू हुई हरित क्रांति योजना के तहत राज्य सरकार ने बड़े स्तर पर पौधरोण के लिए अभियान चलाया था, जिसमें सांसद से लेकर विधायक और सरकारी तंत्र भी शामिल हुआ था. सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में पौधा लगाया. सरकार ने सभी विभागों को जवाबदारी भी दी, उन्हें कहा गया कि आप सभी लोग गांव-गांव तक हरित क्रांति योजना को पहुंचाएं. सरकार ने मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है, जिसमें वृक्षारोपण में लगने वाले प्रति ट्री गार्ड 450 रुपये में तैयार किया गया, जिसे सहेज कर रखने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई, लेकन आज वह खराब होने की कगार पर है.

Tree guards turned into junk due to negligence of officials in Jagdalpur
बारिश की वजह से खराब हो गए ट्री गार्ड

जनपद के अधिकारी दूसरे पर लगा रहे आरोप

ट्री गार्ड को देखकर लगता है कि जिम्मेदार अधिकारी शासन के पैसे का दुरुपयोग कर खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं. बस्तर ब्लॉक के घाट लोहंगा इलाके में बड़ी मात्रा में पौधे को घेरने के लिए ट्री गार्ड लगाया गया है. साथ ही काफी मात्रा में ट्री गार्ड भी तैयार किए गए हैं, लेकिन जनपद के अधिकारी इसे सहेज कर रखने में फेल हो गए. दूसरे विभाग को कमी खामी बता रहे हैं.

एक दूसरे पर आरोप लगा रहे अधिकारी

अधिकारियों का कहना है कि नेशनल हाईवे विभाग ने नेशनल हाइवे के किनारे जो गड्ढे किए हैं, वो गलत तरीके से किए गए हैं, जिसके कारण पौधों को लगाने में काफी दिक्कतें हो रही है. साथ ही सड़क के किनारे सैकड़ों की संख्या में ट्री गार्ड फेंकने के संबंध में जनपद सीईओ का कहना है कि सभी ट्री गार्ड को फिर से बनाया जाएगा. उससे कोई परेशानी नहीं है. मतलब सरकार ने जो ट्री गार्ड बनवाने के लिए राशि लगाई है वह बेकार जाएगी. इन जिम्मेदार अधिकारियों की वजह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगी.

Tree guards turned into junk due to negligence of officials in Jagdalpur
ट्री गार्ड कबाड़ में तब्दील

शासन को लाखों रुपए का चूना लगाने की फिराक में अधिकारी !

बहरहाल ट्री गार्ड नया बन जाएगा और उसे पौधारोपण के दौरान लगा भी दिया जाएगा, लेकिन आखिर सवाल यह उठता है कि जिम्मेदार अधिकारी कब अपनी जिम्मेदारी समझेंगे, क्योंकि सरकार ने पहले ही उस ट्री गार्ड को बनवाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर दिए हैं, अब फिर से अधिकारी नए ट्री गार्ड बनवाने की बात कर रहे हैं, ऐसे में कहा जा सकता है कि हरित क्रांति योजना के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी शासन को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.