जगदलपुर: कोरोना, लॉकडाउन और प्रतिबंधों में छूट मिलने के साथ ही पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ नजर आने लगी है. जिसे लेकर बीते दिनों प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य विभाग भी चिंता जता चुका है. छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों में भी ऐसा ही कुछ दिख रहा है. अनलॉक के बाद लोग बेफिक्र होकर पर्यटनस्थलों में घूम रहे हैं. जिससे कोरोना का खतरा बढ़ (Increased risk of corona infection in Tirathgarh Falls) गया है
देशभर में मशहूर तीरथगढ़ जलप्रपात (Tirathgarh Falls) का मजा लेने दूर-दूर से पर्यटक पहुंच रहे हैं. इस दौरान ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. ना ही कोई मास्क में नजर आ रहा है. बिना मास्क के ही पर्यटक यहां-वहां घूम रहे हैं. सबसे डरावनी बात तो ये है कि झरने में सब एक साथ नहाना और मस्ती कर रहे हैं. जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ गया है. जो कि बस्तर के लिए खतरे की घंटी है.
लगभग 80 फीट की ऊंचाई से गिरता तीरथगढ़ जलप्रपात जितना खूबसूरत है. उतना ही ख़तरनाक भी है. इस जलप्रपात से गिरकर मौत भी हो चुकी है. बीते वर्ष तीरथगढ़ जलप्रपात में सुरक्षाकर्मी के रूप में तैनात एक सदस्य की भी जलप्रपात में मौत हो चुकी है. इसके बावजूद भी बस्तर के तीरथगढ़ जलप्रपात में पहुंच रहे पर्यटकों द्वारा जलप्रपात के बिल्कुल नजदीक पहुँच कर तस्वीरें खिंचवा रहे हैं. बस्तर में मानसून आते ही लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नालों के साथ ही जिले के सभी जलप्रपात उफान पर हैं.
बस्तर में अब तक कोरोना से 188 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि अभी बस्तर में कोरोना के 24 सक्रिय केस हैं. इसलिए अभी इस तरह की लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर को दावत दे सकती है.