जगदलपुर: जिले में दिवाली के लिए मुख्य बाजारों में काफी रौनक देखने को मिल रही है. कोरोना के घटते प्रकोप को देखते हुए जिले में लॉकडाउन से मिली राहत के बाद लोग पूरे उमंग, उत्साह और जोश के साथ दीपोत्सव को मनाने के लिए खरीददारी करते दिखाई दे रहे हैं. कपड़े, सोना-चांदी, बर्तन, गाड़ियां, पटाखे, मिठाइयां इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करते दिखाई दे रहे हैं.
इस बार इन वस्तुओं की कीमतों में महंगाई की मार देखने को मिल रही है, इससे ग्राहकों में निराशा है. जिसके चलते लोगों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है. बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए लोग सरकार से मांग भी कर रहे हैं. शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी लोग बढ़ती महंगाई के वजह से थोड़ा निराश दिखाई दिए.
खरीददारी के लिए बाजार में उमड़ी भीड़
दिवाली त्योहार के लिए एक दिन बाकी रह गया है और ऐसे में इस पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए लोगों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है. दरअसल कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के बाद अनलॉक से मिली राहत में लोग घरों से बाहर निकलकर दिवाली की खरीदारी कर रहे हैं. खासकर शहर के गोल बाजार, संजय मार्केट और धरमपुरा बाजार में लोगों काफी भीड़ देखने को मिल रही है. लेकिन इस बार दिवाली पर लोगों को महंगाई की मार भी झेलनी पड़ रही है.
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पिछले साल की तुलना में इस बार महंगाई ज्यादा
शहरवासियों का कहना है कि 8 महीने बाद किसी पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए उन्हें सरकार की ओर से राहत तो मिली है, लेकिन इस पर्व में सबसे ज्यादा जरूरी चीज नए कपड़े, मिठाई, पटाखे इसके अलावा घर में उपयोग होने वाले सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान, सोना चांदी के साथ-साथ सब्जियों के दाम भी काफी बढ़े हैं. जिसकी वजह से उन्हें खरीदारी के लिए सोचना पड़ रहा है. शहरवासियों का कहना है कि जैसा कि लॉकडाउन से उन्हें उम्मीद थी कि वस्तुओं के दाम गिरे होंगे और उन्हें सही दाम में वस्तुएं उपलब्ध हो पाएंगी, लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल सभी वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी हुई है और इस बढ़े हुए दाम की मार उन्हें झेलनी पड़ रही है.
यही नहीं खासकर सब्जियों के दाम खासकर प्याज के दाम में लगातार उछाल आने की वजह से शहर की महिलाओं का भी कहना है कि बढ़ती महंगाई के चलते उनके बजट में भी काफी फर्क पड़ा है और यही वजह है कि एक तरफ लॉकडाउन से मिली राहत और दिवाली पर्व की खुशी तो है, वहीं बढ़ती महंगाई की वजह से वे निराश हैं. महिलाओं का कहना है कि बढ़ती महंगाई से सरकार उन्हें राहत दे.
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लॉकडाउन के चलते बढ़े सामान के रेट
इधर व्यवसायियों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में मिठाई, पटाखे और कपड़ों के दामों में बढ़ोतरी हुई है और इसकी मुख्य वजह कोरोना है. लॉकडाउन की वजह से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा है और ऐसे में मजदूरों के पलायन की वजह से भी ट्रांसपोर्टेशन से लेकर अन्य सभी चीजों में काफी नुकसान उन्हें उठाना पड़ा है. ऐसे में महंगाई की मार इन वस्तुओं के दामों में भी दिख रही है. बावजूद इसके व्यापारियों का कहना है कि दिवाली पर्व को देखते हुए लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं और महंगाई को लेकर निराशा जरूर बनी हुई है, लेकिन पर्व को लेकर लोगों में उत्साह है और बजट के हिसाब से वह खरीददारी कर रहे हैं. व्यापारियों को भी दिवाली के इस बाजार से काफी राहत मिली है
सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल
कोरोना को देखते हुए अपने अपने दुकानों में बकायदा शासन के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क की उपयोगिता को देखते हुए पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है. गौरतलब है कि दिवाली पर्व के लिए एक दिन बाकी रह गए हैं और ऐसे में बाजार में रौनक तो देखने को मिल रही है लेकिन लॉकडाउन से मिली राहत के बाद लोगों की एक उम्मीद जरूर थी कि वस्तुओं के दरों में भी गिरावट आएगी, लेकिन महंगाई की मार सबसे बड़े पर्व में भी देखने को मिल रही है.