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जगदलपुर : अस्पतालों में बढ़ रहे मलेरिया के मरीज, निपटने के लिए नहीं हैं पुख्ता इंतजाम

बस्तर में पिछले कुछ दिनों में ही अस्पतालों में 40 से अधिक मलेरिया के मरीज भर्ती हुए हैं, इनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं, लेकिन मलेरिया से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी नहीं दिखाई दे रही हैं.

अस्पताल में भर्ती मरीज
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Published : Jul 15, 2019, 6:36 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर : प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद बस्तर में बारिश के शुरू होते ही मलेरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है. शहरी इलाके के साथ ग्रामीण अंचलों में भी बड़ी संख्या में लोगों को मलेरिया के शिकार हो रहे हैं.

बस्तर में फैल रहा मलेरिया.

जिले के सबसे बड़े अस्पताल और डीमरापाल मेडिकल कॉलेज में ही पिछले कुछ दिनों में 40 से अधिक लोग मलेरिया से ग्रसित होकर भर्ती हो चुके हैं. इसके बावजूद प्रशासन मलेरिया की रोकथाम के लिए पर्याप्त उपाय करने में असमर्थ दिख रहा है.

30 से अधिक लोग मलेरिया के शिकार
जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी का भी मानना है कि, 'बारिश के शुरू होते ही मच्छरों की संख्या में काफी इजाफा होता है, इसीलिए मलेरिया के चपेट में अधिक से अधिक लोग आते हैं. मेडिकल कॉलेज में ही अभी 30 से अधिक लोग मलेरिया से पीड़ित होकर भर्ती हुए हैं, जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है'.

3 हजार से अधिक लोगों का मलेरिया टेस्ट
स्वास्थ अधिकारी के मुताबिक जनवरी 2019 माह से जून माह तक 3000 से अधिक लोगों का मलेरिया टेस्ट किया गया है, जिसमें 700 से अधिक लोग मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें बच्चों और ग्रामीणों की संख्या ज्यादा है'.

तैयारी के दावे कर रहा स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि, 'जिले के सभी ब्लॉकों के स्वास्थ केन्द्रों में मलेरिया से निपटने के लिए पर्याप्त दवाईयां, संसाधन मुहैया करवा दिए गए हैं'. इन 6 महीनों में ही 8 लोगों की मलेरिया से मौत हो चुकी है, बावजूद इसके मलेरिया से निपटने के लिए स्वास्थ विभाग ने न सिंथेटिक दवाईयों का छिड़काव किया है और न ही पर्याप्त मात्रा में ग्रामीण अंचलों में दवाईयां उपलब्ध करवाई हैं, जिससे मलेरिया पीड़ितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.

जगदलपुर : प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद बस्तर में बारिश के शुरू होते ही मलेरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है. शहरी इलाके के साथ ग्रामीण अंचलों में भी बड़ी संख्या में लोगों को मलेरिया के शिकार हो रहे हैं.

बस्तर में फैल रहा मलेरिया.

जिले के सबसे बड़े अस्पताल और डीमरापाल मेडिकल कॉलेज में ही पिछले कुछ दिनों में 40 से अधिक लोग मलेरिया से ग्रसित होकर भर्ती हो चुके हैं. इसके बावजूद प्रशासन मलेरिया की रोकथाम के लिए पर्याप्त उपाय करने में असमर्थ दिख रहा है.

30 से अधिक लोग मलेरिया के शिकार
जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी का भी मानना है कि, 'बारिश के शुरू होते ही मच्छरों की संख्या में काफी इजाफा होता है, इसीलिए मलेरिया के चपेट में अधिक से अधिक लोग आते हैं. मेडिकल कॉलेज में ही अभी 30 से अधिक लोग मलेरिया से पीड़ित होकर भर्ती हुए हैं, जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है'.

3 हजार से अधिक लोगों का मलेरिया टेस्ट
स्वास्थ अधिकारी के मुताबिक जनवरी 2019 माह से जून माह तक 3000 से अधिक लोगों का मलेरिया टेस्ट किया गया है, जिसमें 700 से अधिक लोग मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें बच्चों और ग्रामीणों की संख्या ज्यादा है'.

तैयारी के दावे कर रहा स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि, 'जिले के सभी ब्लॉकों के स्वास्थ केन्द्रों में मलेरिया से निपटने के लिए पर्याप्त दवाईयां, संसाधन मुहैया करवा दिए गए हैं'. इन 6 महीनों में ही 8 लोगों की मलेरिया से मौत हो चुकी है, बावजूद इसके मलेरिया से निपटने के लिए स्वास्थ विभाग ने न सिंथेटिक दवाईयों का छिड़काव किया है और न ही पर्याप्त मात्रा में ग्रामीण अंचलों में दवाईयां उपलब्ध करवाई हैं, जिससे मलेरिया पीड़ितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.

Intro:जगदलपुर। बस्तर मे बरसात के शुरू होते ह़ी प्रशासन की लाख कोशिशो के बावजूद मलेरिया के मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। शहरी ईलाके के साथ ग्रामीणो अंचलो मे भी ब़डी संख्या में लोग मलेरिया के चपेट में आ रहे है। जिले के सबसे बड़े अस्पताल व डीमरापाल मेडीकल कॉलेज में ह़ी पिछले कुछ दिनो मे 40 से अधिक लोग मलेरिया से ग्रसित होकर भर्ती हो चुके है । इसके बावजूद प्रशासन मलेरिया की रोकथाम के लिए पर्याप्त उपाय करने में असमर्थ दिख रहा है।
 

 



Body:जिले के मुख्य स्वास्थ अधिकारी का भी मानना है कि बरसात के मौसम के शुरू होते ह़ी मच्छरो की संख्या में काफी इजाफा होता है। इसलिए मलेरिया के चपेट में अधिक से अधिक लोग आते है। मेकाज में ह़ी अभी 30 से अधिक लोग मलेरिया से पीड़ित होकर भर्ती है। जिसमे बच्चो की संख्या ज्यादा है,स्वास्थ अधिकारी के मुताबिक जनवरी 2019 माह से जून माह तक 3000 से अधिक लोगो का मलेरिया टेस्ट किया गया है। जिसमे 700 से अधिक लोग मलेरिया पॉजिटिव पाये गये, जिसमे बच्चो और ग्रामीणो की संख्या ज्यादा है।


Conclusion:हांलाकि स्वास्थ विभाग के अधिकारी दावा कर रहे है कि जिले के सभी ब्लॉको के स्वास्थ केन्द्रो मे मलेरिया से निपटने के लिए पर्याप्त दवाईया,संसाधन मुहैया करा दी गई है, लेकिन इन 6 माहो मे ही 8  लोगो की मलेरिया से मौत हो चुकी है,बावजूद इसके मलेरिया से निपटने के लिए स्वास्थ विभाग ने सिंथेटिक दवाईयो का छिडकाव किया है और न ही पर्याप्त मात्रा मे ग्रामीण अंचलो मे दवाईया उपलब्ध कराई है, जिससे मलेरिया पीडितो की संख्या मे लगातार ईजाफा हो रहा है।
 
बाईट1- देवेन्द्र नाग, मुख्य स्वास्थ अधिकारी बस्तर  
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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