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जगदलपुर: पंचायत सचिव के धरने से काम-काज ठप

पंचायत सचिव के अनिश्चितकालीन धरने का आज चौथा दिन है. पंचायत सचिवों के धरने में बैठने के कारण ग्राम पंचायतों में काम-काज पूरी तरह से प्रभावित हो गया है.

Panchayat secretary on strike
धरने पर बैठे पंचायत सचिव
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Published : Dec 30, 2020, 4:03 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: शासकीयकरण की मांग को लेकर पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. धरने का आज चौथा दिन है. पंचायत सचिवों ने अपनी मांग को लेकर शहर में रैली निकाली और कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया है.

पंचायत सचिव के धरने से कामकाज हुआ ठप

पंचायत सचिवों के धरने में बैठने के कारण ग्राम पंचायतों में कामकाज पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. धरने पर बैठे पंचायत सचिव का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे अनिश्चितकालीन आंदोलन पर डटे रहेंगे.

सालों से मांग के बावजूद सरकार नहीं दे रही ध्यान
धरने पर बैठे पंचायत सचिवों का कहना है कि पिछले 25 सालों से पंचायत सचिव संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग शासकीय करण को लेकर लगातार सरकार से गुहार लगा रही है. बावजूद इसके उनकी मांगों को सरकार दरकिनार कर रही है. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी कई बार ज्ञापन सौंपा गया है. बावजूद इसके उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई है.

पढ़ें: जांजगीर-चांपा: अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे साराडीह बैराज प्रभावित किसान, पिछले 8 सालों से कर रहे हैं मुआवजे की मांग

धरने पर डटे रहने की दी चेतावनी
सचिवों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे धरने पर डटे रहेंगे. सचिवों का कहना है कि उनके साथ-साथ शिक्षाकर्मी और अन्य कर्मचारियों के मांग के बाद शासन ने उन्हें नियमितीकरण कर दिया, लेकिन पंचायत सचिवों के नियमितीकरण की मांग को दरकिनार किया जा रहा है. सचिवों ने मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. इधर पंचायत सचिवों के अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाने से ग्राम पंचायतों में कामकाज पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. जिससे कि ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

जगदलपुर: शासकीयकरण की मांग को लेकर पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. धरने का आज चौथा दिन है. पंचायत सचिवों ने अपनी मांग को लेकर शहर में रैली निकाली और कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया है.

पंचायत सचिव के धरने से कामकाज हुआ ठप

पंचायत सचिवों के धरने में बैठने के कारण ग्राम पंचायतों में कामकाज पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. धरने पर बैठे पंचायत सचिव का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे अनिश्चितकालीन आंदोलन पर डटे रहेंगे.

सालों से मांग के बावजूद सरकार नहीं दे रही ध्यान
धरने पर बैठे पंचायत सचिवों का कहना है कि पिछले 25 सालों से पंचायत सचिव संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग शासकीय करण को लेकर लगातार सरकार से गुहार लगा रही है. बावजूद इसके उनकी मांगों को सरकार दरकिनार कर रही है. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी कई बार ज्ञापन सौंपा गया है. बावजूद इसके उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई है.

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धरने पर डटे रहने की दी चेतावनी
सचिवों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे धरने पर डटे रहेंगे. सचिवों का कहना है कि उनके साथ-साथ शिक्षाकर्मी और अन्य कर्मचारियों के मांग के बाद शासन ने उन्हें नियमितीकरण कर दिया, लेकिन पंचायत सचिवों के नियमितीकरण की मांग को दरकिनार किया जा रहा है. सचिवों ने मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. इधर पंचायत सचिवों के अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाने से ग्राम पंचायतों में कामकाज पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. जिससे कि ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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