जगदलपुर: बस्तर में परिवहन सेवा शुरू नहीं हो सकी है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. इसके साथ ही अधिक किराया देकर लोग सफर कर रहे हैं. ऐसे में नगर निगम से जल्द से जल्द सिटी बसों की सेवा दोबारा शुरू करने की मांग की जा रही है. लेकिन टेंडर प्रक्रिया के न होने के कारण फिलहाल सेवा शुरू नहीं हो सकी है.
कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक परिवहन पर सरकार ने पाबंदी लगा दी थी. जिसके बाद परिवहन सेवा के पहिए बस्तर में अब तक थमे हुए हैं. सरकार ने सेवा शुरू करने की इजाजत, नियम और शर्तों के आधार पर बस ऑपरेटरों को दे दी है. लेकिन जगदलपुर में ऑपरेटरों ने परिवहन सेवा शुरू नहीं की है. जिसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है. एक स्थान से दूसरे स्थान आने -जाने के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
3 साल पहले शुरू हुई थी सिटी बस
बस्तर के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कम पैसे में अच्छी परिवहन की सेवा देने के लिए 3 साल पहले जिले में सिटी बस सेवा की शुरुआत की गई थी. जिसके तहत राज्य सरकार ने नगर निगम को 10 सिटी बसें भी दी थीं, लेकिन इस योजना का लाभ लोगों को कुछ महीने ही मिल पाया. लगभग पिछले 1 साल से 8 सिटी बसें निगम के यार्ड में और गैरेज में खड़े खड़े धूल खा रही हैं. सिर्फ 2 बसें ही परिवहन की जरूरत पूरी कर रही थी.
निगम प्रशासन पर तंज
निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय ने निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए, इस योजना को लागू करने में वर्तमान सरकार को पूरी तरह से विफल बताया है. संजय पांडे का कहना है कि पहले टेंडर कर निगम ने बेहद मामूली राशि में ठेकेदार को बसें सौंपी गई थीं और धीरे-धीरे यह सेवा ठप होने लगी. अब टेंडर के अभाव में ये बसें खड़ी खड़ी कबाड़ हो रही हैं. हालात ऐसे हैं कि निगम का कोई अधिकारी इन सिटी बसों की व्यवस्था सुधार करने की जिम्मेदारी तक नहीं ले रहा है. वहीं नगर निगम ने पूर्व में चलाई जा रही सिटी बसों को जल्द शुरू करने की बात कही है. निगम आयुक्त टेंडर प्रक्रिया पूरी करते ही सेवा के शुरू होने की बात कही है.