जगदलपुर: बस्तर जिले के नक्सल प्रभावित दरभा विकासखण्ड के अतिसंवेदनशील ग्राम चांदामेटा में कलेक्टर चंदन कुमार Collector Chandan Kumar और पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा ने जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं. सीआरपीएफ कैम्प में आयोजित इस चौपाल में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे. ग्रामीणों ने विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की और अपनी समस्याएं भी प्रशासन के सामने रखीं. Naxal affected area Chandameta
तेजी से विकास कार्य का भरोसा: कलेक्टर ने ग्रामीणों की बिजली और मोबाइल नेटवर्क की मांग का निराकरण प्राथमिकता के साथ करने का भरोसा दिया. कलेक्टर चंदन कुमार ने पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा के नेतृत्व में जवानों द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांति की स्थापना और ग्रामीणों की सुरक्षा के साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की. कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि ''ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुसार क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य किए जाएंगे. यहां आवागमन के लिए वाहन की व्यवस्था के प्रयास किए जा रहे हैं. ग्रामीणों के आवेदनों पर जल्दी कार्रवाई की जाएगी. मनरेगा योजना का लाभ उठाएं और खेतों की मरम्मत कराएं ताकि फसल उत्पादन बढ़े. इसके माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार भी आसानी से उपलब्ध होगा.Bastar Collector SP visits Naxal affected area Chandameta
अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश: कलेक्टर ने राशन कार्ड, पेंशन, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र के संबंध में ग्रामीणों से जानकारी ली. जिन ग्रामीणों के पास ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें तत्काल उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया. छिन्दगुर से चांदामेटा तक निर्माणाधीन सड़क के निर्माण की स्पीड बढ़ाने के लिए भी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता को निर्देश दिया.
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एसपी ने की ग्रामीणों से अपील: पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा SP Jitendra Meena ने चांदामेटा को आदर्श और उन्नत गांव बनाने की दिशा में ग्रामीणों के सहयोग से काम किए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि आज से ठीक एक साल पहले पूर्व कलेक्टर रजत बंसल के साथ जब यहां पहुंचे थे, तब गांव वालों की मांग पर आंगनबाड़ी और स्कूल के निर्माण की घोषणा की गई थी. छिंदगुर से चांदामेटा के बीच सड़क निर्माण कार्य तेजी से जारी है, जिससे अंचल में अन्य विकास कार्यों में भी तेजी दिख रही है. आज ग्रामीणों द्वारा अन्य गांवों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए सड़कों के निर्माण की मांग रखी गई है. इस मांग को जल्द पूरा किया जाएगा. उन्होंने ग्रामीणों को मुर्गी पालन, बकरी पालन और रोजगार मूलक योजनाओं का लाभ लेने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि एक साल पहले यहां के लोगों ने पानी की समस्या रखी थी. अंचल में पर्याप्त मात्रा में नलकूप खनन किए गए. अब इन नलकूपों में सोलर पंप और टंकी भी लगाई जाएगी.
कलेक्टर ने ली बच्चों की क्लास: चांदामेटा में स्थापित सीआरपीएफ कैंप Chandameta CRPF Camp में छोटे बच्चों को शिक्षा भी दी जा रही है. यहां ग्रामीणों की समस्याएं जानने के लिए पहुंचे कलेक्टर ने जब परिसर में छोटे छोटे बच्चों द्वारा की जा रही पढ़ाई की आवाज सुनी तो वे भी बच्चों के बीच पहुंचे. उन्होंने यहां छोटे बच्चों की पढ़ाई देखकर खुशी जताई और बच्चों से सवाल भी पूछे. दरअसल बस्तर जिले का चांदामेटा और कॉलिंग क्षेत्र काफी संवेदनशील है. नक्सलियों की मौजूदगी इस इलाके में हुआ करती थी, लेकिन बीते कुछ वर्षों से सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के चलते नक्सली इस इलाके में बैकफुट पर हैं. यही कारण है कि अब जिला प्रशासन लगातार इन क्षेत्रों के ग्रामीणों तक पहुंचकर इनकी समस्याओं को सुनकर समाधान करने में जुटा है.