जगदलपुर : केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा शुक्रवार को अपने दो दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे जहां उनका एयरपोर्ट में भाजपा नेताओं के साथ ही बस्तर सांसद दीपक बैज ने स्वागत किया. जिसके बाद उन्होंने जगदलपुर एयरपोर्ट में बने ट्राइफेड के आउटलेट दुकान का शुभारंभ किया. जिसके बाद वे बस्तर राजमहल पहुंचे और यहां बस्तर के राजकुमार कमलचंद भंजदेव के साथ ही राज परिवार और समाज के प्रमुखों के अलावा बस्तर भाजपा के पदाधिकारियों से मुलाकात की. पहली बार बस्तर प्रवास पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ ट्राईफेड के एम.डी प्रवीण कृष्ण और ट्राइफेड के आला अधिकारी मौजूद रहे.
बाबू सेमरा में निर्माणाधीन ट्राइफेड फूड पार्क का मंत्री ने किया अवलोकन
बस्तर राज परिवार से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री जगदलपुर शहर से लगे बाबू सेमरा में निर्माणाधीन ट्राइफेड फूड पार्क का अवलोकन किया. साथ ही यहां वन धन सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होकर वन धन विकास योजना में काम कर रही समितियों, दीदियों और महिला स्वयं सहायता समूहों को और आवासीय विद्यालय व क्रीड़ा परिसर के प्रतिभावान छात्रों को प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया.
साथ ही वन धन विकास केंद्रों को पुरस्कार देने के साथ महिला स्व सहायता समूह और वन धन दीदियों के द्वारा बनाये गए विभिन्न वस्तु, कला का अवलोकन किया. वन धन विकास के तहत बस्तरिया उत्पादों की प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बस्तर का ट्राइफेड फूडपार्क पूरे देश में एक आदर्श फूडपार्क के रूप में स्थापित होगा
ग्रामीणों के रोजगार का प्रमुख केंद्र बनेगा फूड पार्क
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि बस्तर में ट्राइफेड द्वारा यहां के आदिवासियों के विकास और ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से बहुत ही सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं. बस्तर का फूड पार्क आने वाले दिनों में ग्रामीणों के रोजगार का प्रमुख केंद्र बनेगा. इस फूड पार्क में 50 हजार से अधिक स्थानीय आदिवासियों को रोजगार मिलेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्य रूप से ट्राइफेड द्वारा बस्तर के आदिवासियों द्वारा निर्मित विभिन्न वस्तु, कला को देश-दुनिया में पहचान दिलाने के साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना है. साथ ही यहां के आदिवासियों द्वारा निर्मित वस्तुओं को इंटरनेशनल मार्केट में पहचान और सही दाम दिलाना है.
छत्तीसगढ़ में खुलेंगे 71 एकलव्य विद्यालय
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 71 एकलव्य विद्यालय खोलने का लक्ष्य रखा गया है. हर एक विद्यालय में 480 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगेय इन विद्यालयों में छात्रों के लिए सीबीएसई पैटर्न के साथ ही बेहतर शिक्षा और खेल के दृष्टिकोण से सभी तरह की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. मंत्री ने बताया कि इन स्कूलों के लिए प्रशासन द्वारा जगह भी चयनित कर ली गई है. आने वाले कुछ महीनों में सभी स्कूल बनकर तैयार हो जाएंगे और यहां के छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी.