जगदलपुर: बस्तर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. खासकर इंद्रावती नदी के तटीय इलाकों पर मौजूद कई मकान पानी में ढह गए हैं. बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों को राहत शिविर में पहुंचाने का कार्य जिला प्रशासन कर रहा है. शुक्रवार देर शाम भी मंगडुकचौरा इलाके के बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविर में लाया गया है, जहां प्रशासन इनके लिए खाने-पीने से लेकर अन्य व्यवस्था कर रही हैं. शहर में अब तक 200 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. वहीं बस्तर जिले में कुल 500 से ज्यादा बाढ़ प्रभावितों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है.
बाढ़ प्रभावित महिला ने बताया कि उनका पूरा परिवार मंगडु कचौरा जाने वाले मार्ग में रहता है. देर शाम अचानक जलस्तर बढ़ने से उनका मकान ढह गया, वहीं कई घरों में पानी भर गया, इससे पहले की वे संभल पाते जल स्तर इतनी तेजी से बढ़ा कि उनका पूरा सामान पानी में बह गया और कई सामान पूरी तरह से खराब हो गया. जैसे-तैसे कुछ ही सामान बचा पाए. जिसके बाद उन्हें प्रशासन की टीम ने भगत सिंह स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में ठहराया है. जहां उन्हें खाने-पीने के सामान देने के साथ सभी तरह की मदद दी जा रही है.
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राहत शिविर में तैनात निगम के कर्मचारी ने बताया कि अब तक 102 प्रभावित लोगों को राहत शिविर में लाया गया है. जिनमें महिला और बच्चे भी शामिल हैं. सभी इंद्रावती नदी तट के इलाकों में रहने वाले हैं, इसके अलावा गणपति रिसॉर्ट मार्ग में मौजूद कच्चे मकान के प्रभावित लोगों को भी राहत शिविर केंद्र में ठहराया गया है और यहां इनके खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई है.
बढ़ सकती है बाढ़ प्रभावितों की संख्या
जानकारी के मुताबिक जिले में 500 से ज्यादा लोग बारिश की वजह से प्रभावित हुए हैं और इन्हें भी जिले के 7 ब्लॉको में बनाए गए अलग-अलग राहत शिविरों में रखा गया है. प्रशासन इनके लिए पूरी व्यवस्था कर रही है. बताया जा रहा है कि जिस तरह से बस्तर में बारिश का कहर जारी है ऐसे में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या और बढ़ सकती है.