बलौदाबाजार: जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल में ताला लगे होने की वजह से 102 महतारी एक्सप्रेस के स्टाफ को एंबुलेंस में ही महिला की डिलेवरी करानी पड़ी. मामला नगर पंचायत भटगांव का है. जहां रविवार की सुबह तकरीबन 8 बजे ग्राम घाना की रहने वाली गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा हुई, महिला के परिजन ने 102 महतारी एक्सप्रेस को फोन कर मामले की जानकारी दी.
महतारी एक्सप्रेस के घर पहुंचने तक महिला की प्रसव पीड़ा और बढ़ने लगी, जिसके बाद महिला को फौरन 102 महतारी एक्सप्रेस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटगांव लाया गया. 102 में मौजूद डॉक्टर ने महिला की स्थिति देखते हुए रास्ते में ही ईलाज करना शुरू कर दिया और इसकी जानकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटगांव में पदस्थ डॉक्टर और नर्स को दी, लेकिन नर्स ने एंबुलेंस स्टाफ को नाईट डियूटी लगी होने का हवाला देकर दूसरी नर्स को बुलाने को कहा. तब तक महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ने लगी. जैसे-तैसे महतारी एक्सप्रेस भटगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची, लेकिन वहां ताला लगा था.
एंबुलेंस में दिया बच्ची को जन्म
गर्भवती महिला की बिगड़ती हालात और उसे हो रहा बेतहाशा दर्द को देखते हुए 102 में मौजूद डॉक्टर ने मजबूरन महतारी एक्सप्रेस में ही महिला कि डिलीवरी कराने का फैसला लेते हुए सफल प्रसव कराया और महिला ने एंबुलेंस में ही बच्ची को जन्म दिया.
स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन की लापरवाही
महिला का सफलतापूर्वक प्रसव होने से बाद स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी अस्पताल पहुंचा, जिसके बाद महिला और बच्ची को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. भटगांव स्वास्थ्य केंद्र में पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. वो तो गनीमत रही कि, महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने महिला का समय पर सफलतापूर्वक प्रसव करा दिया नहीं तो स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन की इस लावरवाही से जच्चा-बच्चा की जान पर भी बन सकती थी.