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बलौदाबाजार: अचानक बढ़ गया बिजली बिल, ग्रामीण परेशान

बलौदाबाजार के बिलाईगढ़ के ग्रामीण बिजली बिल में अचानक हुई बढ़ोत्तरी से परेशान है. लेकिन विभाग इस बिल को सही बता रहा है. बिल में इस महीने अतिरिक्त सुरक्षा निधि जुड़कर आई है.

sudden increased electricity bill
अचानक बढ़ गया बिजली बिल
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Published : Dec 8, 2019, 5:48 PM IST

Updated : Dec 8, 2019, 8:52 PM IST

बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में बिजली विभाग ने सुरक्षा निधि राशि के नाम पर बिलों में 2 हजार रूपए से 3 हजार रुपए तक की बढ़ोत्तरी की है. अचानक बढ़े इस बिल से गांव के ग्रामीणों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है.

ग्रामीण हो रहे परेशान.

वही ग्रामीणों ने बताया की वो मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. और बिजली विभाग ने सुरक्षा राशि के नाम पर जो बिल उन्हें भेजा है. उसे जमा करने में वो फिलहाल समर्थ नहीं हैं.

दूसरी ओर बिजली विभाग के अधिकारी यह बिल जमा करने के लिए ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैं. जिससे विभाग के प्रति ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा रहे हैं.

पढ़ें: रायगढ़: 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म, 14 वर्षीय नाबालिग गिरफ्तार

विभाग की गणना आम जनता के समझ से परे
विभाग अधिकारी सलिल कुमार खरे ने बताया की अतिरीक्त सुरक्षा निधि को कम्यूटर तय समय पर खुद बिल में जोड़ देता है. साथ ही अधिकारी ने कहा है की किसी प्रकार के गलत बिल पहुंचने की जानकारी मिलती है तो सुधार किया जाता है.

क्या होती है सुरक्षा निधि
अधिकारी ने बताया की किसी भी उपभोक्ता की 12 महीने की खपत का साल में एक बार यूनिट औसत निकाला जाता है. और इसी यूनिट के आधार पर प्रचलित दर के अनुसार एक महीने का बिल बनाया जाता है. जिसे नियामक आयोग के निर्देशानुसार डेढ़ गुना किया जाता है फिर जो राशि गणना से निकलती है उसे सुरक्षा निधि कहा जता है.

बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में बिजली विभाग ने सुरक्षा निधि राशि के नाम पर बिलों में 2 हजार रूपए से 3 हजार रुपए तक की बढ़ोत्तरी की है. अचानक बढ़े इस बिल से गांव के ग्रामीणों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है.

ग्रामीण हो रहे परेशान.

वही ग्रामीणों ने बताया की वो मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. और बिजली विभाग ने सुरक्षा राशि के नाम पर जो बिल उन्हें भेजा है. उसे जमा करने में वो फिलहाल समर्थ नहीं हैं.

दूसरी ओर बिजली विभाग के अधिकारी यह बिल जमा करने के लिए ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैं. जिससे विभाग के प्रति ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा रहे हैं.

पढ़ें: रायगढ़: 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म, 14 वर्षीय नाबालिग गिरफ्तार

विभाग की गणना आम जनता के समझ से परे
विभाग अधिकारी सलिल कुमार खरे ने बताया की अतिरीक्त सुरक्षा निधि को कम्यूटर तय समय पर खुद बिल में जोड़ देता है. साथ ही अधिकारी ने कहा है की किसी प्रकार के गलत बिल पहुंचने की जानकारी मिलती है तो सुधार किया जाता है.

क्या होती है सुरक्षा निधि
अधिकारी ने बताया की किसी भी उपभोक्ता की 12 महीने की खपत का साल में एक बार यूनिट औसत निकाला जाता है. और इसी यूनिट के आधार पर प्रचलित दर के अनुसार एक महीने का बिल बनाया जाता है. जिसे नियामक आयोग के निर्देशानुसार डेढ़ गुना किया जाता है फिर जो राशि गणना से निकलती है उसे सुरक्षा निधि कहा जता है.

Intro:


एंकर-बिलाईगढ़ ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में बिजली विभाग के द्वार सुरक्षा निधि राशि के नाम पर 2 हजार से 3 हजार रुपये जमा लिया जा रहा है।जिससे ग्रामीणों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है।

बिलाईगढ़ ब्लाक में आने वाले ग्रामीणो को बिजली विभाग के द्वार सुरक्षा निधि राशि के नाम पर 2 हजार से 3 हजार तक जाम करवाया जा रहा है जिससे ग्रामीणों को जमा करने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।वही ग्रामीणों ने बताया की हम मजदूरी कर अपने जीवन यापन करते हैं।और बिजली विभाग ने सुरक्षा राशि के नाम से 2 हजार से 3 हजार तक जमा करने के लिए दिक्कत हो रहा है।और बिजली विभाग के अधिकारी जमा करने के लिये परेशान कर रहा है।जिसे ग्रामीणों में काफी रोष देखने को मिल रहा है।वही बिजली विभाग के अधिकारी को जबर जस्ती सुरक्षा राशि जमा करने के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगा रहा है।







Body:वही इस संबंध में जिले के विधुत अधिकारी से पूछा तो उनका कहना है साल में एक बार सुरक्षा निधि लिया जाता हैं नियम अनुसार Conclusion:
बाईट 1- नीरा बाई - उपभोक्ता ग्रामीण

बाईट 2- लखन लाल काहर - उपभोक्ता ग्रामीण

बाईट 3- सलिल कुमार खरे ,विधुत अधिकारी बलौदाबाजार
Last Updated : Dec 8, 2019, 8:52 PM IST
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