बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में बिजली विभाग ने सुरक्षा निधि राशि के नाम पर बिलों में 2 हजार रूपए से 3 हजार रुपए तक की बढ़ोत्तरी की है. अचानक बढ़े इस बिल से गांव के ग्रामीणों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है.
वही ग्रामीणों ने बताया की वो मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. और बिजली विभाग ने सुरक्षा राशि के नाम पर जो बिल उन्हें भेजा है. उसे जमा करने में वो फिलहाल समर्थ नहीं हैं.
दूसरी ओर बिजली विभाग के अधिकारी यह बिल जमा करने के लिए ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैं. जिससे विभाग के प्रति ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा रहे हैं.
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विभाग की गणना आम जनता के समझ से परे
विभाग अधिकारी सलिल कुमार खरे ने बताया की अतिरीक्त सुरक्षा निधि को कम्यूटर तय समय पर खुद बिल में जोड़ देता है. साथ ही अधिकारी ने कहा है की किसी प्रकार के गलत बिल पहुंचने की जानकारी मिलती है तो सुधार किया जाता है.
क्या होती है सुरक्षा निधि
अधिकारी ने बताया की किसी भी उपभोक्ता की 12 महीने की खपत का साल में एक बार यूनिट औसत निकाला जाता है. और इसी यूनिट के आधार पर प्रचलित दर के अनुसार एक महीने का बिल बनाया जाता है. जिसे नियामक आयोग के निर्देशानुसार डेढ़ गुना किया जाता है फिर जो राशि गणना से निकलती है उसे सुरक्षा निधि कहा जता है.