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बलौदाबाजार: विक्रेताओं की बढ़ी परेशानी, थोक सब्जी मंडी को बेदखल करने का आदेश जारी

अनुविभागीय अधिकारियों ने सकरी गांव में संचालित थोक सब्जी मंडी बेदखल करने का आदेश जा रही किया है जिससे व्यपारियों की परेशानी बढ़ गई है.

सब्जी मंड़ी
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Published : May 14, 2019, 9:40 AM IST

बलौदाबाजार: जिले के सकरी गांव में संचालित थोक सब्जी मंडी को अनुविभागीय अधिकारियों ने बेदखल करने का आदेश जारी किया है. प्रशासन का कहना है कि वर्तमान में सकरी में थोक सब्जी मंडी कृषि भूमि पर संचालित हो रही है जो गलत है. वहीं व्यपारियों का कहना है कि उन्होंने किसानों से जमीन लीज पर लेकर मंडी की शुरुआत की है और प्रशासन से मंडी को न हटाने की मांग की है.

विक्रेताओं की बढ़ी परेशानी

मामले में सब्जी मंडी के अध्यक्ष हरीश पंजवानी के बताया कि पहले सब्जी थोक मार्केट भैंसा पचरा में लगाया जाता था, लेकिन सब्जी से भरे ट्रकों के प्रवेश को लेकर हो रही परेशानी, ट्रैफिक की समस्या और नो एंट्री की दिक्कत को देखते हुए पूर्व एसडीएम तीर्थराज अग्रवाल ने मंडी को हटाने के निर्देश दिए थे. इसके बाद सभी व्यापारियों ने मिलकर अपने स्वयं के खर्चे पर सकरी बाईपास के पास जमीन खरीदी थी, लेकिन उस जमीन पर विवाद चलने के कारण उन्होंने खरीदी गई जमीन के बगल में अन्य किसान से जमीन लीज पर लेकर मंडी की शुरुआत की है.

किसान से लीज पर ली गई जमीन
वर्तमान में जिस जगह पर मंडी संचलित है वह किसान से किराए पर ली गई है. जमीन मालिक को हर महीने 18 हजार रुपए किराए के रूप में दिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस जमीन पर अब तक 25 लाख खर्च किए गए हैं. सभी व्यापारियों को 15/30 की दुकानें आवंटित की गई है. व्यापारियों से हर महीने 4000 रुपए लिए जाते हैं, जिससे मंडी का मेंटेंस चलता है. व्यापारियों ने बताया कि मंडी की शुरुआत करने के लिए उन्होंने अपनी स्वयं की पूंजी लगाई है. प्रशासन की ओर से उन्हें किसी तरह की मदद नहीं दी गई है.

व्यापारी की मांग
व्यापारियों का कहना है कि हमारे द्वारा ली गई जमीन पर विवाद सुलझ गया है. कृषि भूमि पर डायवर्सन का आवेदन दिया जा चुका है. वहीं प्रशासन चाहता है कि हम कृषि उपज मंडी में दुकानें स्थानांतरित कर लें, थोक बाजार में 4 से 5 व्यापारी हैं जो वहां दुकानें खरीदने के लिए सक्षम है लेकिन कुछ ऐसे भी व्यापारी हैं जो दुकानें खरीदने के लिए सक्षम नहीं है ऐसी परिस्थितियों में वे कहा जाएंगे. इससे पूर्व भी दो तीन व्यापारियों ने वहां दुकान बनाने के लिए मंडी को पैसे दिए थे लेकिन मंडी द्वारा 3 साल तक भी काम पूरा नहीं किया गया और बाद में व्यापारियों को पैसे वापस कर दिए गए.

'स्थान बदलने से व्यापार में आई कमी'

व्यापारियों का कहना है कि इससे पूर्व हमें भैंसा पसरा से हटाया गया जिसके बाद हमने यहां दुकानें संचालित की लेकिन अब हमें फिर से मंडी हटाने का आदेश दिया जा रहा है. मंडी का बार-बार स्थान बदलने की वजह से हमारे व्यापार में पहले से ही कमी आई है और अब फिर से स्थान बदला गया तो हमें भारी नुकसान होगा. वहीं प्रशासन सड़क दुर्घटनाओं को लेकर भी एक कारण बता रही है लेकिन व्यापारियों का कहना है कि हमारा व्यापार सुबह के समय होता है. अभी तक जितने भी सड़क हादसे हुए हैं वे रात के समय हुए हैं. व्यापारियों का कहना है कि हम प्रशासन का सभी प्रकार से सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन प्रशासन भी हम व्यापारियों की बातों पर विचार करें.

एसडीएम में मामले को जल्द निपटाने की कही बात
वहीं इस मामले पर एसडीएम लवीना पांडे ने बताया कि वर्तमान में सकरी बाईपास में सब्जी मंडी संचालित की जा रही है उसकी कानूनी वैधता नहीं है. वह कृषि भूमि पर संचालित हो रही है. इस परिपेक्ष में उन्हें अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से बेदखली का आदेश पारित किया गया है जिसका क्रियान्वयन अभी बाकी है. इसी बीच व्यापारियों ने भी आगे आकर प्रशासन से चर्चा की है और वे प्रशासन से सहयोग की भी अपेक्षा कर रहे हैं. मामले को जल्द ही निपटाया जाएगा.

बलौदाबाजार: जिले के सकरी गांव में संचालित थोक सब्जी मंडी को अनुविभागीय अधिकारियों ने बेदखल करने का आदेश जारी किया है. प्रशासन का कहना है कि वर्तमान में सकरी में थोक सब्जी मंडी कृषि भूमि पर संचालित हो रही है जो गलत है. वहीं व्यपारियों का कहना है कि उन्होंने किसानों से जमीन लीज पर लेकर मंडी की शुरुआत की है और प्रशासन से मंडी को न हटाने की मांग की है.

विक्रेताओं की बढ़ी परेशानी

मामले में सब्जी मंडी के अध्यक्ष हरीश पंजवानी के बताया कि पहले सब्जी थोक मार्केट भैंसा पचरा में लगाया जाता था, लेकिन सब्जी से भरे ट्रकों के प्रवेश को लेकर हो रही परेशानी, ट्रैफिक की समस्या और नो एंट्री की दिक्कत को देखते हुए पूर्व एसडीएम तीर्थराज अग्रवाल ने मंडी को हटाने के निर्देश दिए थे. इसके बाद सभी व्यापारियों ने मिलकर अपने स्वयं के खर्चे पर सकरी बाईपास के पास जमीन खरीदी थी, लेकिन उस जमीन पर विवाद चलने के कारण उन्होंने खरीदी गई जमीन के बगल में अन्य किसान से जमीन लीज पर लेकर मंडी की शुरुआत की है.

किसान से लीज पर ली गई जमीन
वर्तमान में जिस जगह पर मंडी संचलित है वह किसान से किराए पर ली गई है. जमीन मालिक को हर महीने 18 हजार रुपए किराए के रूप में दिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस जमीन पर अब तक 25 लाख खर्च किए गए हैं. सभी व्यापारियों को 15/30 की दुकानें आवंटित की गई है. व्यापारियों से हर महीने 4000 रुपए लिए जाते हैं, जिससे मंडी का मेंटेंस चलता है. व्यापारियों ने बताया कि मंडी की शुरुआत करने के लिए उन्होंने अपनी स्वयं की पूंजी लगाई है. प्रशासन की ओर से उन्हें किसी तरह की मदद नहीं दी गई है.

व्यापारी की मांग
व्यापारियों का कहना है कि हमारे द्वारा ली गई जमीन पर विवाद सुलझ गया है. कृषि भूमि पर डायवर्सन का आवेदन दिया जा चुका है. वहीं प्रशासन चाहता है कि हम कृषि उपज मंडी में दुकानें स्थानांतरित कर लें, थोक बाजार में 4 से 5 व्यापारी हैं जो वहां दुकानें खरीदने के लिए सक्षम है लेकिन कुछ ऐसे भी व्यापारी हैं जो दुकानें खरीदने के लिए सक्षम नहीं है ऐसी परिस्थितियों में वे कहा जाएंगे. इससे पूर्व भी दो तीन व्यापारियों ने वहां दुकान बनाने के लिए मंडी को पैसे दिए थे लेकिन मंडी द्वारा 3 साल तक भी काम पूरा नहीं किया गया और बाद में व्यापारियों को पैसे वापस कर दिए गए.

'स्थान बदलने से व्यापार में आई कमी'

व्यापारियों का कहना है कि इससे पूर्व हमें भैंसा पसरा से हटाया गया जिसके बाद हमने यहां दुकानें संचालित की लेकिन अब हमें फिर से मंडी हटाने का आदेश दिया जा रहा है. मंडी का बार-बार स्थान बदलने की वजह से हमारे व्यापार में पहले से ही कमी आई है और अब फिर से स्थान बदला गया तो हमें भारी नुकसान होगा. वहीं प्रशासन सड़क दुर्घटनाओं को लेकर भी एक कारण बता रही है लेकिन व्यापारियों का कहना है कि हमारा व्यापार सुबह के समय होता है. अभी तक जितने भी सड़क हादसे हुए हैं वे रात के समय हुए हैं. व्यापारियों का कहना है कि हम प्रशासन का सभी प्रकार से सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन प्रशासन भी हम व्यापारियों की बातों पर विचार करें.

एसडीएम में मामले को जल्द निपटाने की कही बात
वहीं इस मामले पर एसडीएम लवीना पांडे ने बताया कि वर्तमान में सकरी बाईपास में सब्जी मंडी संचालित की जा रही है उसकी कानूनी वैधता नहीं है. वह कृषि भूमि पर संचालित हो रही है. इस परिपेक्ष में उन्हें अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से बेदखली का आदेश पारित किया गया है जिसका क्रियान्वयन अभी बाकी है. इसी बीच व्यापारियों ने भी आगे आकर प्रशासन से चर्चा की है और वे प्रशासन से सहयोग की भी अपेक्षा कर रहे हैं. मामले को जल्द ही निपटाया जाएगा.

Intro:बलौदाबाजार के सकरी में संचालित थोक सब्जी मंडी के लिए अनुविभागीय अधिकारी बलोदा बाजार द्वारा बेदखली का आदेश जारी किया गया है।
प्रशासन का कहना है की वर्तमान में सकरी में थोक सब्जी मंडी कृषि भूमि पर संचालित हो रही है ।। जो कि गलत तरीके से संचालित है।। कृषि भूमि का व्यवसायिक भूमि में।उपयोग गलत है।।
वहीं इस मामले पर सब्जी मंडी के अध्यक्ष हरीश पंजवानी के बताया कि पहले सब्जी थोक मार्केट भैंसा पचरा में किया जाता था । सब्जी से भरे ट्रकों वाहनों के प्रवेश को लेकर हो रही परेशानी और नो एंट्री की दिक्कत ओर ट्रैफिक की समस्या को लेकर पूर्व एसडीएम तीर्थराज अग्रवाल ने मंडी को हटाने के निर्देश दिए थे ।।

वहीं सभी व्यापारियों ने मिलकर अपने स्वयं के खर्चे पर सकरी बायपास के पास जमीन खरीदी थी उस जमीन पर विवाद चलने के कारण उन्होंने किसान खरीदी गई जमीन के बगल में अन्य किसान से जमनीं लीज लेकर मंडी की शुरुआत।
व्यापारियों ने बताया कि मंडी शुरुआत करने के समय में उन्होंने अपनी स्वयं की पूंजी लगाई और टिन शेड लगा धंधा शुरू किया इस दौरान प्रशासन से किसी प्रकार से मदद नहीं मिली ।।

वही वर्तमान में जिस जगह पर मंडी संचलित है वह किसान से किराए पर ली गई है जमीन मालिक को हर माह 18 हज़ार किराया देते है।।वही अब तक इस जमीन को बनाने में 25 लाख खर्च किए गए है ।। सभी व्यापारीन को15 बाई 30 की दुकांने आबंटित की गई है। सभी दुकान से 4000 महीना लाया जाता है जिससे मंडी का मेन्टेन्स चलता है ।

व्यपारी की मांग

व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में जहां मंडी संचालित हो रही है वही मंडी संचालित करने। हमारे द्वारा ली।गई जमीन पर विवाद सुलझ गया है ,कृषि भूमि डायवर्शन का आवेदन दिया जा चुका हैं। वहीं प्रशासन चाहता है कि हम कृषि उपज मंडी में दुकानें स्विफ्ट करें, ठोक बाजार में 4 से 5 व्यापारी हैं जो वहां दुकाने खरीदने के लिए सक्षम है लेकिन कुछ ऐसे भी व्यापारी हैं जो दुकाने खरीदने के लिए सक्षम नहीं है ऐसी परिस्थितियों में वे कहां जाएंगे। इससे पूर्व भी दो तीन व्यापारियों ने वहां दुकान बनाने के लिए मंडी को पैसे दिए थे लेकिन मंडी द्वारा 3 साल तक भी काम पूरा नहीं किया गया और पैसे वापस व्यापारियों को दिए गए।।इससे पूर्व हमें भैंसा पसरा से हटाया गया हमने स्वयं के खर्च से यहां दुकानें संचालित की अब हमें फिर से मंडी हटाने का आदेश दिया जा रहा है ऐसे में हम व्यापारी व्यापार करें तो कैसे करें।।मंडी के स्थान बदलने से हमारे व्यापार में पहले से ही कमी आई है अब यदि फिर से स्थान बदला जाएगा तो हमें भारी नुकसान होगा।।
वहीं प्रशासन सड़क दुर्घटनाओं को लेकर भी एक कारण बता रही है लेकिन व्यापारियों का कहना है कि हमारा व्यापार सुबह के समय होता है। अभी तक जितने भी सड़क हादसे हुए हैं वे रात के समय हुए हैं।। व्यापारियों का कहना है कि हम प्रशासन की सभी प्रकार से सहयोग करने के लिए तैयार हैं। लेकिन प्रशासन भी हम व्यापारियों की बातों पर विचार करे।




Body:वही इस मामले पर एसडीएम लवीना पांडे ने बताया कि वर्तमान में सकरी बाईपास में संचालित सब्जी मंडी संचालित हो रही है उसकी कानूनी वैधता नहीं है। वह कृषि भूमि पर संचालित हो रही है। इस परिपेक्ष में उन्हें अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से बेदखली का आदेश पारित किया गया है। उसका क्रियान्वयन अभी बाकी है। इसी बीच व्यापारी भी आगे से आकर प्रशासन से चर्चा की है। वे सहयोग की भी अपेक्षा कर रहे हैं, वह इसी क्रम में परस्पर उनसे वार्तालाप जारी है।। जहां दुकानें संचालित हो रही है वहां ट्रैफिक प्रभावित होता है रोड एक्सीडेंट बहुत ज्यादा होते हैं इसे मामले को सुलझा ने प्रशासन लगा हुआ है।।

कृषि भूमि पर व्यवसाय नहीं किया जा सकता।।
साथी बाईपास में होने के कारण आए दिन वहां यातायात बाधित होते हैं और सड़क हादसे भी होते जा रहे हैं।
वहीं सब्जी मंडी के बेदखली का आदेश जारी हो गया है क्रियान्वयन का काम होना बाकी है वही व्यापारियों ने भी आकर मुलाकात की है व्यापारियों से बात कर यह मामले को जल्द ही निपटाया जाएगा


Conclusion:बाइट - मंडी अध्यक्ष

हरीश पंजवानी

बाईट -
लवीना पांडे
एसडीएम



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